अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मई में मिलने की सहमति जताई है। दोनों नेताओं के बीच ये पहली मुलाकात होगी। उन ने ट्रम्प को बाकायदा न्योता भेजा था, जिसे ट्रम्प ने स्वीकार कर लिया। नॉर्थ कोरिया के हवाले से साउथ कोरिया ने कहा है कि उन एटमी टेस्ट बंद करने या परमाणु अप्रसार करने के लिए प्रतिबद्ध (कमिटेड) हैं।
व्हाइट हाउस की स्पोक्सवुमन सारा सेंडर्स के मुताबिक ट्रम्प ने किम जोंग उन का इनविटेशन स्वीकार कर लिया है। दोनों नेताओं की मुलाकात नॉर्थ कोरिया में ही तय वक्त पर होगी।हम चाहते हैं कि नॉर्थ कोरिया एटमी प्रोग्राम बंद करे। इसी के चलते उस पर सेंक्शंस लगाए गए हैं और दबावर डाला जा रहा है।
बता दें कि अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच मुलाकात कराने में साउथ कोरिया ने ही मध्यस्थ की भूमिका निभाई। साउथ कोरिया के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर (एनएसए) चुंग यूई-योंग ने ही इस बात की जानकारी दी कि ट्रम्प, उन से मुलाकात के लिए राजी हो गए हैं।
बता दें कि अक्टूबर 2000 में बिल क्लिंटन की विदेश मंत्री रहीं मेडलीन अलब्राइट ने किम जोंग उन के पिता और तब नॉर्थ कोरिया के शासक रहे किम जोंग II से बात की थी।योंग ने कहा मैंने ट्रम्प को बताया कि मेरी किम जोंग उन से मुलाकात हो चुकी है। वह एटमी प्रोग्राम को रोकने के पक्ष में है।
उन ने ये भी कहा है कि नॉर्थ कोरिया अब कोई भी न्यूक्लियर या मिसाइल टेस्ट नहीं करेगा।उन, ट्रम्प से जल्द से जल्द मुलाकात चाहता है।ट्रम्प ने उन के न्योते का सम्मान करते हुए कहा कि मई में दोनों नेताओं की मुलाकात होगी ताकि परमाणु हथियार खात्मे का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
बीते कई सालों ने अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच विवाद है। अमेरिका का कहना है कि नॉर्थ कोरिया को अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम खत्म करना होगा।पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने कई मिसाइल टेस्ट किए, जिनमें इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का टेस्ट भी शामिल है।
ICBM टेस्ट के बाद अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के ऊपर से बॉम्बर्स उड़ाए। इससे पहले अमेरिका ने कोरियाई पेनिनसुला में अपना जंगी जहाज कार्ल विन्सन भी भेजा था।अमेरिका को दिखाने के लिए नॉर्थ कोरिया ने समुद्र तट पर लाइव फायरिंग की। नॉर्थ कोरिया ने दावा किया कि फायरिंग का उसका ये सबसे बड़ा टेस्ट था।
एक तरफ ट्रम्प जहां उन को रॉकेट मैन कहते रहे, वहीं उन लगातार अमेरिका से जंग की धमकी देता रहा। दोनों देशों की बयानबाजी ने भी तनाव बढ़ाने में भूमिका निभाई।दोनों नेताओं के बीच न्यूक्लियर बटन को लेकर विवाद हुआ था।
उन ने कहा था कि न्यूक्लियर बटन हमेशा मेरी टेबल पर रहता है। इस पर ट्रम्प ने कहा कि हमारा न्यूक्लियर बटन नॉर्थ कोरिया से बड़ा है और वह काम भी करता है।नॉर्थ कोरिया हाइड्रोजन बम समेत 6 न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है।