जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की नाका पार्टी पर आतंकवादियों की ओर सेये गये हमले में तीन जवान शहीद हो गये और एक युवक की भी मौत हो गयी।
हमले की यह घटना हंदवाड़ा में ही लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के साथ हुयी मुठभेड़ के ठीक अगले दिन हुयी है। इस मुठभेड़ के दौरान सेना के एक कर्नल, एक मेजर तथा दो जवानों के अलावा प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी शहीद हो गये थे।
इस मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी भी मार गिराये गये थे।आधिकारिक सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि आज शाम हंदवाड़ा के वानीगाम में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों की नाका पार्टी पर हमला कर गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें सीआरपीएफ के पांच जवान घायल हो गये।
घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां तीन जवानों को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक युवक का शव भी बरामद किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद वे घटनास्थल से भागने में कामयाब हो गये। शहीद हुए जवानों की पहचान कांस्टेबल संतोष मिश्रा, कांस्टेबल चंद्रशेखर और कांस्टेबल अश्वनी कुमार यादव के रूप में हुयी है तथा मृत पाये गये युवक की पहचान उमर भट है जिसकी मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से मौत हो गयी।
सूत्रों ने कहा घटना को अंजाम देने के बाद आतंकवादी घटनास्थल से फरार हो गये और उन्हें पकड़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को घटनास्थल पर भेजा गया है और व्यापक तलाश अभियान शुरू किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल से तीन किलोमीटर की परिधि में जांच चौकियां स्थापित की गयी हैं तथा आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है।
कश्मीर घाटी में 15 मार्च के बाद से अब तक विभिन्न स्थानों पर मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों के 18 जवान शहीद हो चुके हैं जबकि 35 आतंकवादी भी मारे जा चुके हैं। इस दौरान एक आतंकवादी को गिरफ्तार भी किया गया है।