बिहार में जद (यू) अपनी सहयोगी भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। उसने अंबेडकर जयंती का इस्तेमाल अपनी प्रमुख मांगों को उठाने के लिए किया और कहा कि मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
भारतीय संविधान के निर्माता की जयंती पर आयोजित एक समारोह में जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा जो लोग बिहार को विशेष दर्जा नहीं दे रहे हैं, वे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
अगर हमें बाबा साहब का सपना पूरा करना है तो उन्हें बिहार को विशेष दर्जा देना होगा।उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार विशेष दर्जा नहीं देकर बिहार की जनता के साथ अन्याय कर रही है।ललन सिंह ने कहा केंद्र की एनडीए सरकार ने 17 राज्यों को विशेष वित्तीय पैकेज दिया है, लेकिन बिहार उस सूची में शामिल नहीं है।
इसके अलावा, केंद्र ने उन राज्यों को चुना है, जहां वित्तीय प्रबंधन मजबूत नहीं है। उनकी तुलना में नीतीश कुमार ने बिहार में अनुकरणीय वित्तीय प्रबंधन किया है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र ने बिहार को वित्तीय सहायता नहीं दी है।उन्होंने कहा बाबा साहब ने देश में आर्थिक और सामाजिक असमानता का सपना देखा था।
अगर हम बिहार को विशेष दर्जा नहीं देंगे तो यह नहीं हटेगा।ललन सिंह के अलावा, उपेंद्र कुशवाहा, अशोक चौधरी और नीरज कुमार जैसे नेताओं ने बताया कि नीतीश कुमार अंबेडकर के असली अनुयायी हैं और बिहार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों का पसंदीदा राज्य बन गया है।