10 जून को ज्येष्ठ अमावस्था पर इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है।इस वर्ष ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष अमावस्या‚ दिन गुरुवार को विदेशों में कंकण आकृति का सूर्य ग्रहण पड़ेगा। यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से शाम 6 बजकर 41 मिनट तक पड़ेगा।
यह ग्रहण विदेशों में खग्रास सूर्य ग्रहण के रूप में ऑ्ट्रिरया‚ बेलारूस‚ बेल्जियम‚ कनाडा‚ चीन‚ डेनमार्क‚ एस्टोनिया‚ फ्रांस, जर्मनी‚ नीदरलैंड‚ स्विट्जरलैंड‚ इंग्लैंड‚ अमेरिका सहित कई अन्य देशों में भी दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा।
सनातन धर्म के अनुसार ग्रहण जिस देश में दिखाई देता है वहीं उसका सूतक –पातक दोष मान्य होता है। चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां इस ग्रहण का सूतक –पातक दोष मान्य नहीं होगा।
वटसावित्री व्रत सौभाग्य को देने वाला‚ संतान सुख की प्राप्ति में सहायता प्रदान करने वाला भारतीय संस्कृति की नारियों का प्रमुख पर्व माना गया है। इस दिन ग्रहण को लेकर वे लोग भी दुविधा में हैं कि इस बार कितने बजे पूजन होगा।राहु काल का समय दोपहर 1.30 से 3 बजे तक का है इस समय पूजन न करें। हो सके तो सुबह 9.55 से पहले पूजन कर लें।