कश्मीर घाटी में पिछले एक महीने से हालात तनावपूर्ण चल रहे हैं और वहां अभी भी कई इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है. इस तनाव की शुरुआत 8 जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद से शुरू हुई थी जिससे हालात बिगड़ गए थे. इस हिंसा में अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
बैठक में राज्य की स्थिति के बारे में विभिन्न दलों के साथ विस्तार से चर्चा की जाएगी. साथ ही घाटी के हालात का जायजा लेने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने पर भी फैसला लिया जाएगा.सर्वदलीय बैठक का ऐलान बुधवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में किया था. इस मुद्दे पर संसद में चर्चा के दौरान सभी पार्टियों ने पाकिस्तान को खरी खरी सुनाई थी.
गृह मंत्री ने कहा था कि दुनिया की कोई ताकत भारत से जम्मू-कश्मीर को नहीं छीन सकती. पाकिस्तान से अब कश्मीर पर नहीं, पाक अधिकृत कश्मीर पर बात होगी.उन्होंने कहा था, ‘कश्मीर हिंसा के बाद मैं वहां गया और मैंने कई लोगों से मिलकर बात की थी. कश्मीर में जो भी हो रहा है उसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है.