जम्मू कश्मीर में आर्मी कैम्प पर तड़के आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक हवलदार और उनकी बेटी समेत 3 जख्मी हो गए। एक क्वार्टर में 3 से 4 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। सिक्युरिटी फोर्स ने पूरे इलाके को घेर लिया है। कैम्प के अंदर रुक-रुककर फायरिंग की आवाज आ रही है। पूरे शहर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कैंप के 500 मीटर के घेरे में स्थित स्कूल बंद कर दिए गए हैं।जम्मू के आईजी एसडी सिंह जामवाल के हवाले से बताया कि शनिवार तड़के 4:55 बजे संतरी के बंकर पर फायरिंग की गई। इस पर जवानों की ओर से जवाबी फायरिंग की गई। आतंकी सेना के एक क्वार्टर में घुसे हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 7 जनवरी को सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 3 कैप्टन समेत 5 शहीद हो गए थे।जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।CRPF के स्पोक्सपर्सन राजेंद्र यादव ने बताया था कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब लोकल टेररिस्ट्स ने सुसाइड अटैक को अंजाम दिया है।
पिछले साल घाटी में 182 बटालियन बीएसएफ कैम्प पर अक्टूबर में फिदायीन हमला हुआ था। सिक्युरिटी फोर्स की कार्रवाई में सभी 3 आतंकी मारे गए थे। हालांकि, एक जवान भी शहीद हो गया था। तब जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।इसके पहले जून में सीआरपीएफ के काफिले पर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने हमला किया था।
इसमें एक सब इंस्पेक्टर शहीद हो गया था। वहीं, दो जवान भी जख्मी हुए थे। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी। गाड़ी पर फायरिंग करने के बाद आतंकी पास के एक स्कूल में छिप गए थे। कुछ देर बाद आर्मी ने मोर्चा संभाला था और स्कूल में छिपे सभी आतंकियों को मार गिराया गया था।
2017 में सिक्युरिटी फोर्सेस ने जम्मू और कश्मीर में 206 आतंकवादियों को ढेर किया। J&K के पुलिस चीफ एसपी वैद ने कहा मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे ऑपरेशन केवल टेररिस्ट को मार गिराने के लिए ही नहीं, बल्कि उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने के लिए भी था। हमने 75 युवाओं को मुख्यधारा में शामिल कराया है।