एनआईए ने आतंकवाद के वित्त पोषण से जुड़े अलगाववादियों और अन्य के खिलाफ मुकदमे के संबंध में जम्मू-कश्मीर में बुधवार (16 अगस्त) को करीब एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। केन्द्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि श्रीनगर, बारामुला और हंदवाड़ा में करीब 12 जगहों पर छापेमारी चल रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच में दायरे में आये लोगों के साथ कथित रूप से जुड़े स्थानों पर ही छापेमारी की जा रही है।आतंकवाद के कथित वित्त पोषण और कश्मीर घाटी में अशांति को बढ़ावा देने संबंधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में 24 जुलाई को एनआईए ने सात लोगों को गिरफ्तार किया था।
एनआईए का आरोप है कि इस धन का प्रयोग जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों और अलगावादियों के वित्त पोषण के लिए किया जा रहा है।एजेंसी का दावा है कि आरोपी देश के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं और गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधी) कानून के तहत यह दंडनीय है। जांच एजेंसी का आरोप है कि आरोपी कथित रूप से भारत-विरोधी प्रदर्शनों और बंद के माध्यम से अशांति फैला रहे हैं
एनआईए ने श्रीनगर, जम्मू, दिल्ली तथा हरियाणा में छापेमारी की थी और कथित तौर पर पाकिस्तान से आने वाले धन को लेने वाले, मध्यस्थता करने वाले तथा अंतिम लाभार्थियों से संबंधित सबूत बरामद किए थे। एनआईए ने अपनी प्राथमिकी में पाकिस्तान के जमात-उद-दावा व प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को आरोपी के रूप में नामजद किया है। इसके अलावा हुर्रियत, हिजबुल मुजाहिदीन तथा दुख्तरान-ए-मिल्लत जैसे संगठनों को भी नामजद किया है।