विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बजट सत्र के दौरान सदन में हंगामे और पुलिस बुलाए जाने के मामले को उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है। पत्र में तेजस्वी ने लिखा है कि 23 मार्च 2021 को विधानसभा में हुई घटना की वजह से विधायक अब तक डरे हुए हैं।
तेजस्वी ने अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है 23 मार्च की घटना से विधायकगण इतने भयभीत हैं कि वे अगले सत्र में सदन आने से डर रहे हैं। सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठककर मुझसे कहा है कि विधानसभाध्यक्ष से सुरक्षा की गारंटी दिलवाई जाए।
पत्र में कहा गया है कि विधायक तभी सदन में जाएंगे जब पूरे मामले में संलिप्त पदाधिकारी और कर्मियों पर कार्रवाई की जाए, जिससे सदस्य बिना भय के सदन में सवाल रख सकें।राजद नेता ने पत्र में यह भी लिखा है कि उस घटना को लेकर कार्रवाई नहीं हुई तो इतिहास माफ नहीं करेगा।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस मामले में समुचित कार्रवाई हो चुकी होगी। तेजस्वी ने विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई का ब्योरा सभी विधायकों को उपलब्ध कराने की मांग की है।उल्लेखनीय है कि बजट सत्र में अभूतपूर्व हंगामे को लेकर विधानसभा में पुलिस तक बुलानी पड़ी थी।
तेजस्वी ने तीन अप्रैल को लिखे पुराने पत्र का भी हवाला देते हुए कहा कि विधानसभा में पुलिस किसके आदेश से बुलाया गया था। अवैध तरीके से आए पुलिसकर्मियों को विधायकों के खिलाफ बलप्रयोग करने का आदेश किसने दिया था।बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 26 जुलाई से शुरू होने वाला है।