लोकसभा में आज मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी-वाईएसआर कांग्रेस पेश करेंगी अविश्वास प्रस्ताव

टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगी। वाईएसआर कांग्रेस के वाईवी सुब्बा रेड्डी ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए उनके नोटिस को कार्यवाही में शामिल करने के लिए लोकसभा सचिवालय को लिखा है।वहीं, टीडीपी ने भी अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दे रखा है।

इससे पहले दोनों दलों के अविश्वास प्रस्ताव सदन सही तरीके से नहीं चलने की वजह से पेश नहीं हो सके थे। उस दिन तेलंगाना राष्ट्र समिति, अन्नाद्रमुक सहित कई दलों के सांसद स्पीकर के आसन के पास आकर हंगामा कर रहे थे।2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद पहली बार कोई पार्टी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई है।

अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस टीडीपी के टी. नरसिम्हन और वाईएसआर कांग्रेस के वाई वी सुब्बा रेड्डी ने दिया था। शुक्रवार को इसे स्पीकर सुमित्रा महाजन ने स्वीकार नहीं किया और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी थी। सुमित्रा महाजन ने कहा था प्रस्ताव को सदन के समक्ष रखने के लिए वह बाध्य है, लेकिन इसके लिए सदन को व्यवस्थित होना चाहिए।

सदन का जो माहौल है, उसमें उनके लिए प्रस्ताव का समर्थन और विरोध करने वाले सदस्यों की गिनती करना संभव नहीं है।टीडीपी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही है। केंद्र सरकार का कहना है कि वह विशेष पैकेज देने को तैयार है। इसी से नाराज टीडीपी केंद्र सरकार और एनडीसे अलग हो गई है।

उधर, वाईएसआर कांग्रेस राज्य में अपनी साख बनाने के लिए पहले ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश में है।संसद में सरकार के खिला‌फ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कम से कम सदन के 50 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होती है। टीडीपी नेता सीएम रमेश ने कहा था सोमवार तक हम अलग-अलग पार्टियों के 54 सांसदों से हस्ताक्षर ले आएंगे और फिर प्रस्ताव को और दमदार तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।

अगर वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी के सांसद दोनों भी अविश्वास प्रस्ताव के लिए समर्थन दे दें तो भी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता, क्योंकि जहां टीडीपी के पास 16 सांसद हैं तो वहीं वाईएसआर कांग्रेस के पास 9 सांसद हैं। दोनों को मिलाकर आंकड़ा सिर्फ 25 पहुंचता है।

कांग्रेस ने फिलहाल अपना रुख साफ नहींं किया है। हालांकि, मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के मामले में टीडीपी के साथ कांग्रेस, एआईएमआईएम और लेफ्ट पार्टियां दिख रही हैं। कांग्रेस के पास इस वक्त 48 सीटें हैं। वहीं सीपीआई के पास 9 और एआईएमआईएम के पास भी 1 सीट है।

एनडीए में दल- 56 हैं। कुल 314 सांसद हैं। स्पीकर सुमित्रा महाजन समेत बीजेपी के 275 सांसद हैं। लोकसभा में कुल सीट 540 हैं। बहुमत के लिए 271 आंकड़ा चाहिए। संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने कहा था हम हर चीज का सामना करने के लिए तैयार हैं।

हमने हमेशा विपक्ष से बैंकिंग अनियमितताओं, विश्वास या अविश्वास प्रस्ताव समेत सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद को चलने में सहयोग करने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरे देश को भरोसा है। सदन के पास भी पूर्ण विश्वास है, इसलिए कोई समस्या नहीं है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं।

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