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आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से केंद्र सरकार से नाराज है मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से नाराज तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने सरकार से अलग होने का फैसला किया। टीडीपी चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने देर रात करीब पौने 10 बजे इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार के रवैया से निराश हैं। गुरुवार सुबह 10 बजे हमारे दो मंत्री केंद्र सरकार से इस्तीफा दे देंगे।

पार्टी ने साफ किया कि वह फिलहाल एनडीए से अलग नहीं हो रही है। बता दें कि शाम को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा का नहीं दे सकती है। स्पेशल पैकेज देने के लिए तैयार है।चंद्र बाबू नायडू ने शुक्रवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-हमने मोदी सरकार में शामिल टीडीपी के दो केंद्रीय मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाईएस चौधरी को इस्तीफा देने के लिए कहा है।

यह हमारा बिल्कुल सही फैसला है। केंद्र सरकार ने आंध्र के लिए अपने वादे पूरे नहीं किए। हम बजट के शुरुआत से ही संसद में मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, पर अब तक कोई जवाब नहीं मिला।टीडीपी और आंध्र सरकार ने 4 साल तक धैर्य रखा। मैंने सभी तरीकों से केंद्र सरकार को समझाने की कोशिश की। इसके लिए सीनियर नेताओं से मुलाकात की। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने का प्रयास किया, ताकि उन्हें अपने फैसले से अवगत करा सकूं। लेकिन केंद्र कुछ भी सुनने के मूड में नहीं है।

मुझे पता नहीं कि आखिर हमसे क्या गलती हुई, क्यों वो (केंद्र) ऐसी बातें बोल रहे हैं?वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा- सरकार आंध्र प्रदेश को स्पेशल पैकेज देने को तैयार है, लेकिन विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है। केंद्र सरकार डीटीपी की मांग से सहमत नहीं है। हालांकि, पहले से घोषित स्पेशल पैकेज के बराबर रकम मुहैया कराने के लिए तैयार है।

इसके लिए हम कमिटेड हैं। चौदहवें वित्त आयोग के तहत किसी को भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता। आयोग की रिपोर्ट के बाद यह बदलाव आया है कि हम इसे औपचारिक रूप से विशेष दर्जा कहने के स्थान पर विशेष पैकेज कह रहे हैं।विशेष दर्जा देने से अरुण जेटली के खुलेआम इनकार के बाद बीजेपी को भी नायडू के पलटवार का अंदाजा हो गया था।

अमरावती में प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना मिलते ही जेटली ने नायडू को फोन कर कहा कि जल्दबाजी में कोई फैसला न करें। इसके बाद नायडू ने भावनात्मक तरीके से अपनी बात तो जनता तक पहुंचाई, लेकिन सिर्फ सरकार छोड़ने का एलान किया।टीडीपी सांसदों ने अपनी मांगों को लेकर लगातार तीसरे दिन बुधवार को संसद के अंदर हंगामा किया। इसके पहले उन्होंने संसद भवन परिसर में नारेबाजी की।

सांसद टीजी वेंकटेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग मौजूदा स्थिति को स्वीकार नहीं करेंगे। दो विकल्प हैं- हम गठबंधन से धीरे-धीरे अलग हो सकते हैं या इस बारे में फौरन घोषणा की जा सकती है।कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के बारे में पूछे जाने पर श्री वेंकटेश ने कहा कि कांग्रेस भी दोषी है, लेकिन हम देखते हैं कि क्या संभावनाएं बनती हैं।

केंद्र सरकार में टीडीपी के दो मंत्री हैं।अशोक गजपति राजू और वाईएस चौधरी। नायडू ने दोनों से गुरुवार सुबह इस्तीफा देने को कहा है। बता दें कि अशोक गजपति राजू सिविल एविएशन मंत्री और विजयनगरम से सांसद हैं, वहीं चौधरी साइंस एंड टेक्नॉलॉजी एंड अर्थ साइंस मंत्री हैं।

अभी 11 राज्य अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और असम को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है। इसमें 90% तक केंद्रीय अनुदान मिलता है। बेहद दुर्गम इलाके वाला पर्वतीय क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा, प्रति व्यक्ति आय और राजस्व काफी कम आदि विशेष दर्जे की शर्तें हैं।

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