अपने ही दिए एक बयान पर बीजेपी नेता तरुण विजय फंस गए और लोगों ने उनकी खूब खिंचाई की. दरअसल वे एक नस्लभेदी टिप्पणी कर बैठे. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया हाऊस से हो रही एक बातचीत के दौरान विजय ने कहा कि भारतीयों को नस्ली कहना गलत होगा क्योंकि अगर ऐसा होता तो हम दक्षिण भारतीयों के साथ कैसे रह पाते.
हालांकि जल्द ही इनको एहसास हो गया कि उन्होंने कुछ गलत कह दिया है. विजय ने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा कि शायद उनके शब्द उनकी बात को ठीक से नहीं कह पाए. उन्होंने माफी मांगते हुए ट्विटर पर लिखा कि उनके कहने का मतलब वो नहीं था जो समझ लिया गया.
विजय ने लिखा हमारे देश के कई हिस्सों में अलग-अलग और विभिन्न रंग के लोग रहते हैं लेकिन हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया. बताया जा रहा है कि भारत में नस्लभेद की समस्या पर एक टीवी डिबेट में हिस्सा लेने के दौरान तरुण विजय ने दक्षिण भारतीयों की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि हमारे आसपास कितने काले लोग हैं.
फिर भी हम साथ रह रहे हैं. हालांकि ट्विटर पर आक्रोश का सामना करने के बाद विजय ने कहा कि उन्होंने गलती से भी दक्षिण भारतीयों के लिए काले शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है.उन्होंने ट्वीट किया मैंने कहा था कि हम कृष्ण की पूजा करते हैं जिसका मतलब काला होता है. नस्लभेद और रंगभेद का विरोध करने वाले हम पहले थे और हम खुद ब्रिटिश काल में नस्लभेद का शिकार रहे हैं.
इस मामले पर बीजेपी की प्रवक्ता शायना एनसी ने कहा है कि तरुण अपनी बात बेहतर तरीके से कह सकते थे. बता दें कि तरुण विजय सांसद रहे चुके हैं और तमिल कवि थिरुवल्लुवर के प्रशंसक रहे हैं.