मुख्यमंत्री जयललिता ने किसानों के लिए 54.65 करोड़ रूपए के पैकेज की घोषणा की ताकि पैदावार ज्यादा हो और अल्पकालिक ‘कुरूवई’ धान की खेती में बढ़ोत्तरी हो। इस पैकेज में आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल के लिए 4,000 रूपए प्रति एकड़ की सब्सिडी भी शामिल है। जयललिता ने कहा कि तंजौर, तिरूवरूर और नगापत्तनम सहित कावेरी डेल्टा के छह जिलों में कृषि के लिए पिछले चार साल की तरह 12 घंटे बिजली दी जाएगी।
करीब 40 करोड़ रूपए में से 4,000 रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी ऐसे किसानों के बैंक खातों में सीधे डाल दी जाएगी जो कुरूवई की खेती करते हैं। एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद जयललिता ने पैकेज की घोषणा की।इस बीच, जयललिता ने मांग की है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई ताजा बढ़ोत्तरी वापस ली जाए। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे से जरूरी वस्तुओं की कीमतों में उछाल आएगा।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मैंने कई बार कहा है कि तेल कंपनियों की ओर से अपनाई जाने वाली मूल्य निर्धारण नीति गलत है। इस गलत नीति के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाई गई हैं।जयललिता ने कहा कि रूपए और अमेरिकी डॉलर की विनिमय दर के आधार पर महीने में दो बार ईंधन की कीमतें तय करने की नीति सही नहीं है।’ गौरतलब है कि बीती रात पेट्रोल की कीमतों में प्रति लीटर 2.57 रूपए और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 2.35 रूपए बढ़ोत्तरी की घोषणा की गई थी।