आईएमडी ने कहा इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है। इसने समूचे केरल को, लगभग 75 प्रतिशत तमिलनाडु को और लगभग आधे कर्नाटक को कवर किया है। पूर्वी तरफ इसने पूरे पूर्वोत्तर को कवर किया है।आईएमडी के एक वैज्ञानिक के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश को नहीं छू पाई है।
मानसून की प्रगति में देरी के संभावित कारण के बारे में पूछे जाने पर आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामनी ने कहा 31 मई और सोमवार के बीच, कोई बड़ी प्रणाली नहीं थी (मानसूनी बारिश के लिए), लेकिन अब हवाएं प्रायद्वीपीय दक्षिणी भारत में बारिश को आगे बढ़ाने में मदद कर रही हैं।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, यहां तक कि जब दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल को पूरी तरह से कवर कर लिया है, तब भी 1 जून से अब तक की बारिश नकारात्मक 48 प्रतिशत की गिरावट दर्शाती है, क्योंकि बारिश 120.6 मिमी सामान्य के मुकाबले सिर्फ 62.8 मिमी हुई।
इसी तरह जब इसने पूरे पूर्वोत्तर राज्यों को कवर कर लिया है, तब भी तीन राज्यों में कम बारिश देखी गई है : त्रिपुरा में शून्य से 48 प्रतिशत, मिजोरम में शून्य से 35 प्रतिशत और मणिपुर में सामान्य से 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है।