पूर्व कप्तान सौरव गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (कैब) के प्रेसिडेंट बन गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। गांगुली को पहले से ही पश्चिम बंगाल सरकार का भी सपोर्ट मिला हुआ था। उनका बंगाल क्रिेकेट का प्रेसिडेंट बनना तय था। इससे पहले गांगुली सिर्फ स्टेट एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी थे। वे बीसीसीआई की एडवाइजरी कमेटी के भी मेंबर हैं।
इससे पहले बुधवार को गांगुली ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (कैब) के प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। गौरतलब है कि यह पद जगमोहन डालमिया के निधन के बाद खाली हुआ था। गांगुली के साथ इस बैठक में डालमिया के बेटे अभिषेक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री के साथ हुई यह बैठक लगभग एक घंटे तक चली।
बैठक के बाद गांगुली ने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि डालमिया के निधन के तीन दिन के अंदर ही इस तरह की बात करना ठीक नहीं है। वहीं, डालमिया के बेटे अभिषेक ने कहा था कि वे 2 अक्टूबर को होने वाले श्राद्ध में सीएम को न्यौता देने आए थे।डालमिया के निधन के बाद इस बात को लेकर अटकलें चल रही हैं कि बीसीसीआई का अगला प्रेसिडेंट कौन बनेगा? कानपुर में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की एजीएम में हिस्सा लेने आए राजीव शुक्ला ने कहा- ‘बीसीसीआई सेक्रेटरी अनुराग ठाकुर जल्द ही स्पेशल सेशन बुलाएंगे। उस बैठक में ही फैसला होगा कि कौन अध्यक्ष बनेगा? मुझे लगता है कि जब तक यह बैठक न हो तब तक अध्यक्ष पद के लिए कोई अटकलबाजी नहीं होनी चाहिए।’
शुक्ला ने कहा, ‘मीडिया अटकलबाजी लगा रहा है कि कौन प्रेसिडेंट होगा और कौन नहीं, जो कि पूरी तरह से बेमानी है।’ खुद के अध्यक्ष पद के दौड़ में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा, ‘अभी कैसे बताया जा सकता है कि कौन दौड़ में है और कौन नहीं। मै इस बारे में इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।’आईसीसी चेयरमैन व तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन बुधवार रात अचानक नागपुर पहुंचे। वे यहां मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने आए। माना जा रहा है कि श्रीनि यहां पवार से बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के चुनाव के बारे में बात करने गए थे। शरद पवार 21 सितंबर से ही नागपुर में डेरा डाले हुए हैं।