सोनिया गांधी ने नेशनल कांफ्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की और समझा जाता है कि दोनों नेताओं के बीच आगामी राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करने की संभावना पर विचार किया गया. सोनिया विपक्षी दलों के बीच एक संयुक्त उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने के प्रयासों में जुटी हुई हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष की इस संबंध में जदयू के नीतीश कुमार एवं शरद यादव, राकांपा के शरद पवार तथा वाम नेताओं सीताराम येचुरी एवं डी राजा से पहले ही बातचीत हुई थी. सूत्रों ने बताया कि सोनिया की अगले कुछ दिनों में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती एवं द्रमुक के एम के स्टालिन से मुलाकात हो सकती है.
प्रणब मुखर्जी का जुलाई में कार्यकाल पूरा होने से पहले राष्ट्रपति के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार को उतारने के प्रयासों के तहत सोनिया की सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव एवं राजद प्रमुख लालूप्रसाद के साथ टेलीफोन पर बातचीत हो चुकी है.
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिलेंगे और आगामी राष्ट्रपति चुनाव में धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार उतारने के पक्ष में समर्थन मांगेंगे. राज्य की दो दिवसीय यात्रा की शुरुआत में यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान येचुरी ने कहा चूंकि बीजद एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, मुझे विश्वास है कि उनकी पार्टी इस संबंध में सकारात्मक होगी.
हमें आशा है कि पटनायक राष्ट्रपति पद के लिए धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार संबंधी हमारे अनुरोध का समर्थन करेंगे.सूत्रों ने कहा कि विपक्ष एकजुटता दिखाने का प्रयास कर रहा है हालांकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए संख्या बल उसके पास न होकर राजग के पास है. उन्होंने कहा कि अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ भी बातचीत चल रही है.