सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों को पार्लियामेंट हाउस में डिनर दिया। इस मौके पर कांग्रेस प्रेसिडेंट ने पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की। राहुल को पार्टी प्रेसिडेंट बनाए जाने के सवाल पर सोनिया ने सिर्फ इतना कहा कि जब होगा तो सबको पता चल जाएगा। बता दें कि 5 राज्यों के इलेक्शन में कांग्रेस की परफॉर्मेंस को लेकर पार्टी के कुछ नेताओं ने लीडरशिप में बदलाव की मांग की थी। राहुल फिलहाल वाइस प्रेसिडेंट हैं।
कांग्रेस प्रेसिडेंट लंबे वक्त से पार्लियामेंट सेशन के दौरान साल में दो बार अपने सांसदों को इन्फॉर्मल मीटिंग के तौर पर डिनर देती रही हैं। डिनर में राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, आनंद शर्मा समेत कई सीनियर लीडर मौजूद रहे।
दिग्विजय सिंह :कांग्रेस ने हमेशा नौजवान कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया। अब वक्त आ गया है कि राहुल पार्टी की कमान संभालें। वह कब जिम्मेदारी लेते हैं, ये उन्हीं पर छोड़ना चाहिए।
मणिशंकर अय्यर :पार्टी की टॉप लीडरशिप में बदलाव की जरूरत है। राहुल कांग्रेस प्रेसिडेंट और सोनिया मेंटर बनें।
पी. चिदंबरम :भविष्य में कांग्रेस प्रेसिडेंट गांधी परिवार के बाहर हो सकता है।
सीपी जोशी : ने भी कहा था कि राहुल गांधी को फौरन पार्टी की कमान संभाल ली जानी चाहिए।
पिछले पांच साल से कांग्रेस राहुल गांधी की लीडरशिप में चुनाव लड़ रही है। अब तक 5 साल में पार्टी 24 चुनाव हार चुकी है। 28 राज्यों में 24% सीटों पर जमानत जब्त हो गई।28 मार्च को सोनिया पहली बार बजट सेशन में शामिल हुईं। रविवार को भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से भी मिलीं थीं।
सोनिया ने पिछले दिनों पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग भी की। उन्होंने कहा था कि पार्टी को नए सिरे से सोचने और आत्ममंथन की जरूरत है।अगस्त, 2016 में तबीयत बिगड़ने के बाद सोनिया पार्टी एक्टिविटीज में बेहद कम शामिल हुईं। 5 राज्यों के इलेक्शन की कमान राहुल ने संभाली थी।सोनिया गांधी विदेश में इलाज कराने के बाद 24 मार्च को भारत लौटी थीं।