नोएडा में सोशल ट्रेडिंग के नाम पर करीब 3700 करोड़ रुपये की ठगी मामले में सोमवार को कई जगहों पर छापेमारी की गई। नोएडा स्थित एक कंपनी की ओर से सोशल मीडिया के जरिए लाखों निवेशकों के साथ 3700 करोड़ रूपए के कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन मामला दर्ज करते हुए रविवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में छापे मारे।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने नोएडा, गाजियाबाद और कानपुर में कंपनी के मालिकों तथा अन्य के व्यापारिक और रिहायशी परिसरों पर छापे मारे। उन्होंने बताया कि आरोपियों की करोड़ों रुपये की संपत्ति के बारे में ‘ठोस दस्तावेज’ जब्त किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, ईडी, एसटीएफ, एसआईटी और आयकर विभाग की टीमों ने गाजियाबाद, नोएडा और कानपुर में छापेमारी को अंजाम दिया।
कानपुर में मुख्य आरोपी अनुभव मित्तल की पत्नी के घर भी छापा मारा गया। इनकम टैक्स विभाग ने कंपनी के 15 अकाउंट सीज कर दिए हैं।प्रवर्तन निदेशालय के जोनल कार्यालय ने यहां धनशोधन निवारण कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। यह मामला उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की प्राथमिकी पर आधारित है। एसटीएफ ने इस कथित घोटाले का पर्दाफाश किया था।
जांच एजेंसी ने बताया कि आरोपियों ने 6.5 लाख लोगों से कथित तौर पर 3700 करोड़ रुपये की ठगी की। यह राशि पश्चिम बंगाल तथा असम के बहुचर्चित सारदा चिटफंड घोटाले से भी बड़ी है।एसटीएफ ने इस मामले में दो फरवरी को कंपनी के मालिक अनुभव मित्तल, उसके सीईओ श्रीधर और तकनीकी प्रमुख महेश को गिरफ्तार किया था। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी जल्दी ही आरोपियों की संपत्ति जब्त करने के लिए कदम उठाएगी ताकि उन निवेशकों के हितों की रक्षा की जा सके जो कथित तौर पर ठगी के शिकार हुए हैं।