सीताराम येचुरी ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे धर्मनिरपेक्ष भारत को एक हिंदू राष्ट्र में बदलने के अपने एजेंडे के साथ आगे बढ़ रहे हैं और कुछ राज्यों में हिंसा और ध्रुवीकरण का रास्ता अपना रहे हैं। येचुरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) केरल और त्रिपुरा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि उनकी पार्टी हिंदू राष्ट्र के उनके एजेंडे पर लगातार हमले कर रही है।
माकपा महासचिव ने कहा वे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के काम में और हिंसा में लिप्त हैं। केरल में हम हमेशा से उनके निशाने पर रहे हैं और वे अब हमें त्रिपुरा में सत्ता से हटाने के लिए काम कर रहे हैं। यह मुद्दा बहुत गंभीर है।येचुरी ने यहां मीडिया से कहा कि माकपा इस मुद्दे के साथ लोकतांत्रिक तरीके से निपटेगी।उन्होंने भाजपा पर लोकसभा में सभी उदाहरणों और संसदीय प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया।
येचुरी ने कहा राज्यसभा में मेरे सहयोगी ने बताया कि सरकार ने आज (शुक्रवार) निजी विधेयकों के बाद निचले सदन में वित्त विधेयक पेश करने का निर्णय लिया है।उन्होंने कहा ऐसा इसके पहले कभी नहीं हुआ। भाजपा सरासर संसदीय प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर रही है। वे ये सब इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास ऊपरी सदन में बहुमत नहीं है।
माकपा नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने के बाद से वहां की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।उन्होंने कहा आरएसएस और स्वयंभू गुंडे कानून अपने हाथ ले रहे हैं और बूचड़खाने बंद करा रहे हैं। राज्य में इस संदर्भ में स्पष्ट कानून है, लेकिन जब से नए मुख्यमंत्री ने सत्ता संभाली है, तब से उसका पालन नहीं किया जा रहा है।येचुरी ने कहा कि रोमियो रोधी दस्ते बनाकर नैतिक पुलिसिंग भी की जा रही है।