सिलीकॉन वैली में डिजिटल इंडिया को वैश्विक गति देने की मुहिम पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशें रंग लाई.रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अमेरिका की दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रमुखों की बैठक के दौरान पांच प्रमुख घोषणाएं की गई हैं जिसमें गूगल की यह घोषणा भी है कि वह 500 रेलवे स्टेशनों पर निशुल्क वाई-फाई के लिए आधार तैयार करने में जल्द ही भारत की मदद करेगी. मोदी ने भी कामकाज के संचालन में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता लाने का वादा किया. साथ ही उन्होंने आईटी क्षेत्र के दिग्गजों को डेटा गोपनीयता व सुरक्षा के प्रति भी आश्वस्त किया. उन्होंने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था और जीवन अब और अधिक तार से जुड़ रहा है ऐसे में हम डेटा गोपनीयता और सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार और साइबर सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता दे रहे हैं.’
माइक्रोसाफ्ट भारत में करीब पांच लाख गांवों में अपनी सस्ती ब्राडबैंड प्रौद्योगिकी पहुंचाना चाहती है. भारत सरकार के महत्वाकांक्षी ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए आगे आने वाली दिग्गज कंपनियों में से एक माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नाडेला ने कहा कि वह अगले सप्ताह भारत में डाटा केन्द्रों से क्लाउड कंप्यूटिंग प्रणालियों की घोषणा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने सिलीकॉन वैली में सीईओ के एक समूह को बताया, हम अपने सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट का विस्तार कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि निशुल्क वाई-फाई केवल एयरपोर्ट लाउंज में न होकर हमारे रेलवे प्लेटफार्मों पर भी हो. गूगल के साथ मिलकर हम 500 रेलवे स्टेशनों को इसके दायरे में लाएंगे.
इस बीच, नाडेला ने कहा कि माइक्रोसाफ्ट की योजना भारत में 5 लाख गांवों को किफायती ब्राडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के साथ साझीदारी करने की है. उन्होंने कहा, हमारा विश्वास है कि क्लाउड कंप्यूटिंग इंटेलिजेंस के साथ किफायती ब्राडबैंड कनेक्टिविटी सभी स्तर पर सरकारी और कारोबारी प्रतिष्ठानों में रचनात्मकता, दक्षता और उत्पादकता ला सकती है.इस बीच, गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने डिजिटल साक्षरता को आगे बढ़ाने के लिए लोगों द्वारा अपनी भाषा में टाइप करने की महत्ता रेखांकित करते घोषणा की कि अगले महीने गूगल भारत में लोगों के लिए यह संभव बनाएगी कि वे गुजराती सहित 10 अलग-अलग भाषाओं में टाइप कर सकें. भारत में जन्मे पिचई ने कहा कि गूगल कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर काम कर रही है.
डिजिटल इंडिया पहल को आगे बढ़ाने के एक प्रयास में चिप विनिर्माता क्वालकॉम ने कहा कि वह मोबाइल और इंटरनेट जैसे इकोसिस्टम में भारतीय स्टार्ट-अप्स के लिए 15 करोड़ डालर निवेश करेगी. क्वालकॉम के कार्यकारी चेयरमैन पॉल ई जैकब्स ने मोदी के सम्मान में आयोजित एक भोज में कहा, हम भारत के आईओई (इंटरनेट से जुड़ी चीजों) में स्टार्ट-अप्स के लिए जरूरी सहयोग उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध हैं. हम भारत में स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहन देने के लिए 15 करोड़ डालर के निवेश की घोषणा करते हैं.
भारतीय अधिकारियों ने यहां कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एप्पल को भारत में अपना एक विनिर्माण संयंत्र लगाने का न्यौता दिया जिस पर कंपनी के सीईओ टिम कुक ने सकारात्मक जवाब दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं को बताया, प्रधानमंत्री ने कुक के साथ अपनी बैठक में कहा कि वह चाहेंगे कि एप्पल भारत में विनिर्माण शुरू करे. उन्होंने भारत में मौजूदा अपार संभावनाओं का जिक्र किया. एप्पल के उपकरणों का विनिर्माण करने वाली सबसे बड़ी कंपनी फाक्सकान ने भारत में एक कारखाना लगाने का निर्णय किया है.
मोदी ने कामकाज के संचालन में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता लाने का वादा किया. साथ ही उन्होंने आईटी क्षेत्र के दिग्गजों को डेटा गोपनीयता व सुरक्षा के प्रति भी आश्वस्त किया. उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था और जीवन अब और अधिक तार से जुड़ रहा है ऐसे में हम डेटा गोपनीयता और सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार और साइबर सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता दे रहे हैं.
मोदी ने कहा कि ई-गवर्नेंस बेहतर तरीके से कामकाज का संचालन, दक्ष, आर्थिक और प्रभावी का आधार है. हम गवर्नेंस में बदलाव लाएंगे और इसे अधिक पारदर्शी, जवाबदेह, पहुंच में और भागीदारी वाला बनाएंगे. उन्होंने कहा कि एक अरब सेलफोन के देश में मोबाइल गवर्नेंस में विकास को वास्तव में समावेशी बनाने की क्षमता है. इससे गवर्नेंस सभी की पहुंच में आ जाएगा. मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया के पीछे सोच यह है कि यह संभवत: लोगों के जीवन में तेजी से बदलाव लाने का सबसे अच्छा माध्यम है. उन्होंने कहा, हम सभी स्कूलों और कॉलेजों को ब्रॉडबैंड से जोड़ेंगे. आई-वेज का निर्माण राजमार्ग के निर्माण की तरह ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हम नागरिकों को प्रत्येक कार्यालय में कागजी दस्तावेजों से मुक्ति दिलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, हम दस्तावेजीकरण रहित कामकाज चाहते हैं. हम प्रत्येक नागरिक के लिए डिजिटल लॉकर बनाएंगे जिसमें वे अपने निजी दस्तावेज स्टोर कर सकते हैं और विभिन्न विभागों के साथ उन्हें साझा कर सकते हैं.
मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और इंटरनेट के इस्तेमाल के जरिये 170 ऐसे एप्लिकेशंस की पहचान की गई है जिससे कामकाज के संचालन को बेहतर किया जा सकेगा और विकास की रफ्तार बढ़ाई जा सकेगी. उन्होंने कहा कि आज प्रौद्योगिकी नागरिकों का सशक्तीकरण और लोकतंत्र को आगे बढ़ा रही है जबकि पहले इसकी ताकत संविधान था. प्रौद्योगिकी के जरिए सरकारें भारी मात्रा में डाटा से 24 घंटे नहीं 24 मिनट में निपट पा रही हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को हासिल करने के लिए सरकार को भी कारपोरेट दुनिया की तरह सोचना शुरू करना होगा.
उन्होंने मुख्य कार्यकारियों से कहा, बुनियादी ढांचे के सृजन से लेकर सेवाओं, उत्पादों के विनिर्माण से मानव संसाधन विकास, नागरिकों के लिए सुगमता को सरकार को समर्थन से डिजिटल साक्षरता बढ़ाने, डिजिटल इंडिया आपके लिए एक बड़ा अवसर है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गांवों और कस्बों में साझा सेवा केंद्र स्थापित किए जाएं और स्मार्ट शहरों के निर्माण के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा, हम अपने गांवों को स्मार्ट आर्थिक हब में बदलना चाहते हैं और अपने किसानों को बेहतर तरीके से बाजार से जोड़ना चाहते हैं, जिससे उन पर प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों का प्रभाव कम से कम किया जा सके.
प्रधानमंत्री ने कहा कि फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम आज नई दुनिया का पड़ोस है. यदि फेसबुक कोई देश होता है यह आबादी के मामले में तीसरे नंबर पर होता और सबसे अधिक ‘कनेक्टिड’ होता. मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी की वजह से एक दूरदराज के पहाड़ी गांव में कोई मां अपने नवजात बच्चे को बचा पा रही है और बच्चे को दूरदराज के गांव में शिक्षा तक बेहतर पहुंच उपलब्ध करा पा रही है. एक छोटे किसान को बेहतर बाजार मूल्य मिल रहा है. समुद्र में मछुआरे अधिक मछलियां पकड़ पा रहे हैं. सान फ्रांसिस्को में युवा पेशेवर स्काइप के जरिए रोज अपनी बीमार दादी से बात कर पा रहा है.
सिलिकॉन वैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा, ‘निवेश की इच्छा रखने वालों के लिए भारत स्वर्ग है. हम व्यापार सुगमता पर काम कर रहे हैं. मेरा सपना भारतीय अर्थव्यवस्था को मौजूदा 8000 अरब डालर से 20,000 अरब डालर में बदलना है.’ नए आर्थिक सुधारों का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार विनियमन पर काम कर रही है, सरकार का कारोबार में कोई काम नहीं होना चाहिए.
मोदी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के मुख्यालय पर लाइव चैट में लोगों के सवालों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने सोशल मीडिया को लोकतां की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए आज कहा कि इसने दुनिया में प्रशासन और कूटनीति के मायने बदलकर रख दिए हैं. भारत को निवेश के लिए स्वर्णभूमि बताते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया में पैसे की कोई कमी नहीं है लेकिन बहुत से देश नहीं जानते कि यह पैसा कहां लगाया जाए. उनके लिए नया पता भारत है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार व्यापार सुगमता सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है और उनका लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था को 8 ट्रिलियन डालर से बढाकर 20 ट्रिलियन डालर में बदलना है. मोदी ने कहा,‘ निवेश के लिए भारत इस समय सर्वोत्तम स्थल है क्योंकि यहां तीन चीजें लोकतंत्र, विशाल आबादी की मांग और आबादी के बड़े हिस्से का कम उम्र होना है. और ये तीनों चीज हमारी अनूठी शक्ति हैं.’
मोदी ने कहा, ‘आज दुनिया भारत को आशा की नजर से देख रही है.’ इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भारत आकर नसीब आजमाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा,‘पिछले 15 महीने में अकेले अमेरिका से निवेश 87 प्रतिशत बढा. एफडीआई 14 प्रतिशत बढा है जबकि दुनिया में मंदी के कारण इसमें 16 प्रतिशत कमी आई है. उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया सफल होगा क्योंकि भारत के पास जो सुविधाएं व अवसर हैं वैसी अन्य देशों के पास नहीं हैं.उन्होंने कहा कि जब वह सोशल मीडिया से जुड़े थे तो उन्हें इसकी ताकत का अंदाजा नहीं था. सरकार में आने के बाद सोशल मीडिया ने उनका काम आसान किया. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह आपको वैसे ही स्वीकार करता है जैसे आप हैं.