सृजन घोटाले को लेकर शिवानंद तिवारी ने साधा नीतीश कुमार पर निशाना

पटना में आयोजित एक संवादाता सम्मलेन में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दावा कर रहे हैं कि उन्हें इस घटना की जानकारी इस साल 8 अगस्त को हुई. तिवारी के मुताबिक, 2013 में जब राज्य सरकार की आर्थिक अपराध इकाई ने जयश्री ठाकुर के यहां छापेमारी कर 7 करोड़ 32 लाख राशि जब्त की थी, तब नीतीश कुमार इससे कैसे इनकार कर सकते हैं कि उन्हें खबर नहीं थी.  

तिवारी के अनुसार, आर्थिक अपराध इकाई, निगरानी विभाग के अंतर्गत आता है जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रिपोर्ट करता है. शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अगर आप गंगा में खड़ा होकर भी बोलेंगे तब भी कोई विश्वास नहीं करेगा. राजद नेता तिवारी ने भागलपुर के संजीत कुमार के उस पत्र का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने इस घोटाले के बारे में जुलाई 2013 में पत्र लिखा था.

तिवारी ने सवालिया लहजे में पूछा कि सहकारिता विभाग ने जांच की तब ये घोटाला कैसे जारी रहा और आखिर उस जांच में जो रिपोर्ट आयी वो सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही. आखिर रिज़र्व बैंक के अनुमति के बिना सृजन में सरकारी पैसा जमा हो रहा था, तब तिवारी के अनुसार किसने इस जांच को दबाया?

शिवानंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान पर भी आपत्ति जाहिर की जिसमें उन्होंने कहा था कि चूंकि फ़िलहाल इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है, इसलिए इससे संबंधित सवालों का जवाब नहीं दिया जा सकता और किसी को कोई खबर हो तब वो सीबीआई के पास जाये इस पर तिवारी का कहना था कि ये नीतीश कुमार के दोहरे मापदंड को दर्शाता हैं.

शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार को याद दिलाया कि जब तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया तब उनके ऊपर दबाब डाला गया कि वो सार्वजनिक रूप से जवाब दे तब आखिर क्यों आरोपों का जवाब देने से मुकर रहे हैं? तिवारी के अनुसार भले सीबीआई जांच कर रही हो लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं.       

नीतीश कुमार के इस वक्तव्य कि अगर किसी को कोई आपत्ति हो तब वो सुप्रीम कोर्ट जाकर कोर्ट से मॉनीटरिंग का आदेश ले सकता है. इस पर तिवारी का कहना था कि आप सलाह देना बंद कीजिये और अगर आप भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं तब इस्तीफा दीजिये नहीं तो आप ढोंग करते हैं. हालांकि इस संवादाता सम्मलेन में तिवारी ने कई बार भाषा की मर्यादा लांघी लेकिन राजद और जनता दल यूनाइटेड में अब नेता भाषा पर संयम रख लें तब वो खबर बनती है.

तिवारी का बार-बार कहना था कि इतना बड़ा घोटाला हो गया और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पिछले 12 वर्षो से हैं, तब उन्हें नैतिकता और मर्यादा का ख्याल कर इस्तीफा देना चाहिए.  इस बीच सृजन घोटाले में जांच एजेंसी सीबीआई अब भागलपुर के कुछ पूरा जिला अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी कर रही है

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