जापान के पीएम शिंजो आबे ने मोदी के साथ गांधीनगर के साबरमती स्टेडियम में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का इनॉगरेशन किया। इसके बाद दोनों लीडर्स ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया। जिसमें उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस स्टैंड पर जोर दिया। भारत-जापान ने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि पाकिस्तान पठानकोट (2016) और मुंबई अटैक (2008) के दोषियों को सजा दे।
इस स्टेटमेंट की खास बात ये रही कि मोदी की स्पीच जापानी भाषा से शुरू हुई और आबे की स्पीच हिंदी में नमस्ते से। ज्वाइंट स्टेटमेंट से पहले बाइलेटरल टॉक में कई अहम एरिया में दोनों देशों के बीच 15 डील पर साइन किए गए। इससे पहले मोदी और आबे दांडी कुटीर देखने भी गए।शिंजो आबे और मोदी ने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि वे 5th जापान-इंडिया टेररिज्म कंस्लटेशन के आयोजन की तरफ देख रहे हैं।
दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाएंगे। अलकायदा, ISIS, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर और उनसे जुड़े संगठनों के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे।ज्वाइंट डॉक्यूमेंट में कहा गया कि दोनों देशों हर तरह के टेररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रवैया अख्तियार करेंगे। दोनों पीएम ने सभी देशों से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिए मिलकर कदम उठाने को कहा।
इसके अलावा आतंकी नेटवर्क, फाइनेंशियल चैनल, टेररिस्ट सेफ हैवेन और क्रॉस बॉर्डर मूवमेंट को खत्म करने की बात कही। मोदी-आबे ने यूनाइटेड नेशंस से सभी मेंबर्स से UNSC के रिजोल्यूशन 1267 को लागू करने की अपील की। दोनों देशों ने बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम और न्यूक्लियर वेपन डेवलप करने की नॉर्थ कोरिया की लगातार कोशिशों की भी निंदा की।