सुनंदा पुष्कर की मौत को लेकर फिर बोले शशि थरूर

सुनंदा पुष्कर की मौत को लेकर फिर बोले कांग्रेस नेता शशि थरूर। उन्होंने रविवार को कहा पत्नी की मौत के पीछे क्या वजह थी। सिर्फ इसी हकीकत को उजागर करने के लिए जांच एजेंसियों को सहयोग करना चाहता हूं, केस की आड़ में पब्लिसिटी चाहने वालों के लिए नहीं। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट की निगरानी में सीबीआई की एसआईटी से केस की जांच करवाने के लिए पिटीशन फाइल की है।

दूसरी पिटीशन सुनंदा के बेटे शिव मेनन ने फाइल की है, जिस पर दिल्ली हाईकोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। बता दें कि सुनंदा की बॉडी साढ़े तीन साल पहले दिल्ली के फाइव स्टार होटल में मिली थी।कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा- देश में मुझसे ज्यादा बेताब कोई नहीं, जो यह जानना चाहता हो कि आखिर सुनंदा की मौत कैसे हुई।

लंबी जांच के बाद भी कोई ठोस नजीता नहीं मिला। मेरी जिम्मेदारी है कि जांच एजेंसियों की मदद करूं, ना कि केस में इंटरेस्ट लेकर पब्लिसिटी पाने वालों की। मैं कभी ऐसे लोगों के साथ नहीं हूं।सुनंदा की मौत की जांच तेजी से कराए जाने के लिए उनके बेटे शिव मेनन ने शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट में अपील की। साथ ही उन्होंने मांग की कि बीजेपी नेता स्वामी को इस मामले में सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफॉर्म पर बयानबाजी या कोई जानकारी शेयर करने से रोका जाए।

शिव मेनन की दलील है कि स्वामी का इस मामले से कोई लेनादेना नहीं। उन्होंने सुनंदा को इंसाफ दिलाने के लिए नहीं बल्कि पब्लिसिटी के लिए पिटीशन फाइल की है।इस पर स्वामी ने कहा वह (मेनन) नहीं चाहता है कि केस को आगे लेकर जाऊं। अब ये फैसला कोर्ट के ऊपर है कि मुझे अहम दस्तावेज दिए जाएं या नहीं। दिल्ली पुलिस ने भी एक बार कहा था कि मैं भारी फैक्ट्स के साथ कोर्ट आऊं।

बता दें कि शिव सुनंदा के पहले पति की संतान हैं। मौत के एक साल बाद दिल्ली पुलिस ने मर्डर का मामला दर्ज कर जांच की, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आ सका है।स्वामी की पिटीशन पर गुरुवार को सुनवाई हुई। हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस सिस्तानी और चंद्रशेखर की बेंच ने दिल्ली पुलिस को 3 दिन में जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का ऑर्डर दिया है।

स्वामी ने सुनंदा के मर्डर का दावा किया है। उन्होंने कोर्ट से गुजारिश की है कि वह सुनंदा के मर्डर की जांच की मॉनीटरिंग करे और कई एजेंसियों के अफसरों को मिलाकर जांच टीम बनाई जाए। हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा था कि मौत के बाद साढ़े तीन साल के दौरान केस में क्या जांच की।

उधर, होटल लीला पैलेस ने पटियाला हाउस कोर्ट में पिटीशन फाइल कर सील किए कमरा नंबर- 345 को खोलने की अपील की। इसी कमरे में सुनंदा की बॉडी मिली थी। कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को 4 हफ्ते के अंदर कमरा खोलने का ऑर्डर दिया।मजिस्ट्रेट डॉक्टर पंकज शर्मा ने कहा सुनंदा की मौत के मामले में पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी। ऐसे में होटल को और ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है।

अगर जांच एजेंसियां किन्हीं वजहों से अब तक जांच पूरी करने में नाकामयाब रहीं और उन्हें ज्यादा समय चाहिए तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं।होटल ने पिटीशन में कहा- लंबे वक्त तक कमरा सील रहने से इसमें कीड़े और खटमल हो गए हैं। जांच पर कोई असर न पड़े इसलिए सामानों को दूसरे कमरे में शिफ्ट करने की जरूरत है।

ये रूम 17 जनवरी, 2014 से लॉक है और पिछले एक साल में कोई पुलिस टीम यहां नहीं आई। होटल को 50 लाख रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। एक रात के लिए इस रूम का किराया 55 से 61 हजार रु. है।बता दें कि 17 जनवरी, 2014 की रात साउथ दिल्ली के एक होटल में संदिग्ध हालात में सुनंदा पुष्कर की मौत हो गई थी।

उनकी बॉडी होटल के एक कमरे में बेड पर पड़ी मिली थी। दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और एक साल बाद मर्डर केस दर्ज किया।सुनंदा की मौत के हाईप्रोफाइल मामले में शशि थरूर से भी पूछताछ हो चुकी है। एम्स की विसरा रिपोर्ट के मुताबिक, सुनंदा की बॉडी में किसी तरह का जहर नहीं मिला।

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