प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर राग पर भड़की कांग्रेस

randeep-surjewala

कांग्रेस ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की संयुक्त राष्ट्र में उनके कश्मीर राग और आतंकवादी बुरहान वानी के महिमामंडन को लेकर कड़ी आलोचना की और कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सोमवार को इस वैश्विक निकाय में अपने संबोधन में करारा जवाब देना चाहिए।मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने मजबूत और तथ्यात्मक मामला बनाना चाहिए तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के इस आक्रामक रवैये के आलोक में ठोस और स्पष्ट कदम तय करने से पहले सभी राजनीतिक दलों से परामर्श करें।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा अपने भाषण में उरी हमले पर साजिशन चुप्पी इस अपराध और इस कायरना हरकत में अपनी की सीधी संलिप्तता को पाकिस्तान द्वारा सार्वजनिक रूप से स्वीकारना है। उनके भाषण में आतंकवादियों एवं कट्टरपंथ के महिमामंडन के सिवा नया कुछ नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान ने इसे (आतंकवाद एवं कट्टरपंथ को) अपनी राजकीय नीति बना रखी है।

उन्होंने कहा कि हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी जैसे आतंकवादी का महिमामंडन कर शरीफ ने बस यही दोहराया कि उनकी और उनके देश की सहानुभूति और समर्थन कहा है। वानी आठ जुलाई को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।उन्होंने कहा अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब यह पूरी तरह समझ लेना चाहिए कि पाकिस्तान बस कश्मीर में आतंकवादियों का समर्थन नहीं करता बल्कि उसकी राजकीय नीति उनसभी लोगों को व्यापक समर्थन एवं सहारा प्रदान करना है जो फांस, बांग्लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम समेत दुनियाभर में तबाही फैलाते हैं।

सुरजेवाला ने कहा हमें विश्वास है कि चौकस अंतरराष्ट्रीय समुदाय पहले ही पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को देख चुका है।पाकिस्तान को पाखंडी देश और वैश्विक आतंकवाद का सेंट्रल प्रोसेंसिंग यूनिट करार देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के शिमला समझौता का हस्ताक्षरकर्ता होने के बावजूद आदतन शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उछाला।

सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों का मुद्दा उठाकर कांग्रेस नीत संप्रग की नीति का ही पालन किया है और अब आवश्यक है कि भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय एवं संयुक्त राष्ट्र को इस मुद्दे को लेकर संवेदनशील बनाए।उन्होंने कहा हम प्रधानमंत्री और सरकार से इस विषय पर ठोस एवं स्पष्ट कदम तय करने में सभी राजनीतिक दलों से परामर्श करने की अपील करते हैं।सुषमा स्वराज से संयुक्त राष्ट्र महासभा में शरीफ के भाषण का करारा जवाब देने की उन्होंने आवाह्न किया।

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