जदयू प्रमुख शरद यादव ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार गरीब किसानों की तकदीर बदलने के बजाय कुछ नारे लगाने के बारे में अधिक गंभीर है.उन्होंने दिल्ली में एक बयान में कहा, ”सरकार गरीब किसानों के बारे में और आम आदमी की जिंदगी आरामदेह बनाने के लिए अन्य संवेदनशील मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है बल्कि वह लोगों से कुछ खास नारे लगवाने को लेकर अधिक चिंतिंत और व्यस्त है.”
उन्होंने कहा, ”भारत माता की जय का नारा लगवाया जाए या नहीं जैसे गैर मुद्दों में लगने के बजाय उसे देश के समक्ष मौजूद सूखा, लोगों की संरक्षा एवं सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.यादव ने सरकार पर नौ सूखा प्रभावित राज्यों के लिए कोई सहायता योजना नहीं बनाने का आरोप लगाया और कहा कि यह उसकी अगंभीरता दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि 640 जिलों में से 340 जिलों में कम वर्षा हुई है जिसकी वजह से खरीफ फसलों को बहुत हद तक नुकसान पहुंचा है.किसानों की आत्महत्या की घटनाओं में निरंतर वृद्धि का उल्लेख करते हुए जदयू नेता ने कहा कि यदि सरकार इस मुद्दे का हल करने के प्रति गंभीर होती तो वह एमएसपी में उल्लेखनीय वृद्धि करती और सब्सिडी बढ़ाकर लागत मूल्यों में कमी लाती.