शंकरसिंह वघेला के बेटे महेंद्रसिंह ने गांधीनगर में कहा कि गुजरात में हाल में संपन्न हुये राज्यसभा चुनावों में पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने वाले सात विधायकों समेत कांग्रेस के दस विधायक जल्द भी भगवा पार्टी में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि उनके पिता जो कांग्रेस द्वारा कल निष्कासित आठ विधायकों में शामिल हैं, भाजपा में शामिल नहीं होंगे.
दस विधायकों में से वघेला और उनके बेटे समेत आठ विधायकों को कांग्रेस ने बुधवार (9 अगस्त) को निष्कासित कर दिया था. इन्होंने राज्यसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट दिया था.साबरकांठा जिले के बायद से विधायक महेंद्रसिंह ने कहा इन सात विधायकों के अलावा, तीन अन्य जिन्होंने पिछले महीने अपना इस्तीफा दिया था, आने वाले दिनों में भाजपा में शामिल होंगे.
मेरे पिता भाजपा में शामिल नहीं हो रहे. हमें निष्कासित करने के लिये मैं कांग्रेस का शुक्रिया अदा करता हूं. उन्होंने संवाददाताओं को बताया मेरे समेत सभी विधायकों ने इस मुद्दे पर चर्चा की और पार्टी बदलने का फैसला किया. हमनें पहले ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघानी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से बात कर ली थी.
कांग्रेस ने गुजरात के अपने दिग्गज नेता अहमद पटेल की मंगलवार (8 अगस्त) को राज्यसभा चुनाव में जीत के दूसरे ही दिन बुधवार (9 अगस्त) को 14 बागी विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला भी शामिल हैं. कांग्रेस ने बागी विधायकों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल ने इस बीच पार्टी के शेष विधायकों एवं कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव में 125 सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने के लिए कमर कसने का आह्वान किया.गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया पार्टी ने शंकर सिंह वाघेला सहित व्हिप का उल्लंघन कर राज्यसभा चुनाव में पटेल के खिलाफ मतदान करने वाले सभी आठ विधायकों को निष्कासित कर दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला राज्यसभा चुनाव से पहले ही पार्टी और विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद छोड़ चुके थे. उन्होंने विधानसभा की सदस्यता नहीं छोड़ी थी. दोशी ने बताया कि कांग्रेस विधायकों के खिलाफ यह कार्रवाई तकनीकी आधार पर की गई है.भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार (9 अगस्त) को स्वीकार किया कि राज्यसभा चुनाव में उनके प्रत्याशी बलवंतसिंह राजपूत को अपेक्षा से कम वोट मिले.
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बलवंत कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल से हार गए. शाह ने मंगलवार (8 अगस्त) को राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद बुधवार (9 अगस्त) को गुजरात विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.मंगलवार देर रात (9 अगस्त) तक चले राजनीतिक उठापटक के बीच रणनीतिक हार झेलने के बावजूद शाह ने बुधवार (9 अगस्त) को राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को चुनौती दी.
गुजरात विधानसभा सदस्य के तौर पर अपने आखिरी संबोधन में शाह ने कहा कि वह अपनी उस बात पर अडिग हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा 150 सीटों पर जीत हासिल करेगी.शाह ने विधानसभा अध्यक्ष रमन वोरा को उनके आवास पर जाकर अपना त्यागपत्र सौंपा. शाह ने कहा, “गुजरात के पिछले 20 वर्षो को विकास के इतिहास में स्वर्णिम काल के तौर पर देखा जाएगा.