मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को सीडी में एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आने वाले मंत्री संदीप कुमार को निलंबित कर दिया. उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री पद से पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है.पार्टी उच्च स्तरीय बैठक जिसमें वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे, उसके चार दिन बाद 36 वर्षीय नेता को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करने का फैसला लिया गया है.
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा पार्टी यह कदम उठा रही है. संदीप ने जो भी किया वह गलत है और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है. अनुशासन समिति को रिपार्ट सौंप दी गई है और उनका जो भी निणर्य होगा, पार्टी उसका पालन करेगी.
आशुतोष ने अपने ब्लॉग में कहा था कि कुमार के आपत्तिजनक वीडियो पर उठे विवाद ने समाज के पाखंड एवं मीडिया के खोखलेपन को बेनकाब किया है और उन्होंने अचरज प्रकट किया कि स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहे आपसी सहमति वाले इस कृत्य से मीडिया और राजनीति में ऐसा तूफान क्यों मचा है.
पार्टी नेता आशुतोष के ट्वीट कर संदीप का बचाव करने के सवाल पर उन्होंने कहा यह उनकी निजी राय है लेकिन पार्टी इसे लेकर स्पष्ट है. आप में चरित्र, भ्रष्टाचार और अपराध संबंधित किसी भी आरोपों को सहन नहीं किया जाएगा. अगर ऐसा कोई आरोप मुझ पर भी लगा तो, यही कदम उठाए जाएंगे जो संदीप के खिलाफ उठाए गए हैं.
सूत्रों के अनुसार केजरीवाल के शुक्रवार को वेटिकन सिटी रवाना होने से पहले संदीप को निलंबित करने का निर्णय लिया गया. केजरीवाल वहां मदर टेरेसा को संत की उपाधि दिए जाने वाले समारोह में हिस्सा लेने के लिए गए हैं.संदीप को बर्खास्त किए जाने के एक दिन बाद एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के मूल्यों से समझौता करने की जगह मरना पसंद करेंगे . साथ ही उन्होंने यह नियम उनपर और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर लागू होने की बात भी कही थी.
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा संदीप कुमार ने पार्टी को धोखा दिया है, उन्होंने आप सरकार को धोखा दिया है और देशभर के उन लोगों को धोखा दिया है जिन्होंने आप पर भरोसा जताया . हम अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं करेंगे. हम किसी भी अनुचित काम को बर्दाश्त करने की जगह मरना, पार्टी को बंद करना या नष्ट करना पसंद करेंगे.