आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एडवोकेट हरविंदर सिंह फुल्का ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस इस्तीफे की वजह क्या है इसका अभी उन्होंने खुलासा नहीं किया है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि फुल्का दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बढ़ रही नजदीकियों से नाराज थे।
ऐसे में हो सकता है कि इसी नाराजगी की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया हो। फुल्का ने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्विटर पर दी है। फुल्का ने लिखा मैंने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और रेजिगनेशन सीएम केजरीवाल को सौंप दिया है।
हालांकि उन्होंने मुझे इस्तीफा देने से रोका भी लेकिन मैंने इस्तीफे पर जोर दिया। उन्होंने कहा पार्टी छोड़ने के कारणों के बारे में और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए वह कल शाम 4 बजे दिल्ली के प्रेस क्लब में बताएंगे।
बता दें कि इससे पहले भी फुल्का ने एक बार अपना इस्तीफा अरविंद केजरीवाल को दिया था, लेकिन केजरीवाल ने उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मना लिया था। फुल्का ने 2014 में आम आदमी पार्टी के टिकट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, हालांकि उसमें उनकी हार हुई थी।
इसके बाद पंजाब विधानसभा चुनाव में दाखा सीट से उन्होंने जीत हासिल की थी। इन चुनावों में 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी प्रमुख विपक्षी पार्टी बनी थी और उसने एस एच फुल्का को विपक्ष का नेता बनाया था।
हालांकि फुल्का ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और रिटायर्ड डीजीपी सुमेध सिंह सैनी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने में राज्य सरकार की कथित विफलता पर नाखुशी जताते हुए, पिछले साल पंजाब विधानसभा से एक विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था।