एलएसी पर बढ़ते भारत-चीन तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को अलर्ट जारी कर दिया है. गृह मंत्रालय ने भारत-चीन भारत-नेपाल और भारत-भूटान बॉर्डर पर सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर है कि इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस और सशस्त्र सीमा बल को अलर्ट किया गया है. उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और सिक्किम बॉर्डर पर ITBP को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके अलावा भारत-नेपाल-चीन ट्राई जंक्शन और उत्तराखंड के कालापानी में SSB व ITBP की सतर्कता बढ़ा दी गई है. SSB की कुछ कंपनियों को भारत नेपाल बॉर्डर पर भेजा गया है. इससे पहले ये कंपनियां जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में लगी हुई थी.
बता दें कि कल मंगलवार को गृह मंत्रालय की बॉर्डर मैनेजमेंट के सेक्रेटरी और ITBP व SSB के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के बाद चीन, नेपाल, भूटान सहित दूसरी सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
चीन ने 31 अगस्त की रात को एक बार फिर से भारत की सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी लेकिन भारतीय जवानों ने उसे विफल कर दिया. हैरानी की बात ये है कि चीन की तरफ से ये हरकत उस वक्त हुई जब कमांडर स्तर की बातचीत चल रही थी.
इस बीच लद्दाख में LAC पर भारतीय सेना ने अपने टैंकों को महत्वपूर्ण इलाकों में तैनात किया. चुशूल और डेमचोक से चीन के हमले की आशंका के बाद ये तैनाती की गई है. चीन की सेना के टैंकों के आगे बढ़ने के बाद भारत ने ये तैनाती की है.
वहीं पैंगोंग झील पर भारत की स्थिति मजबूत है. भारतीय सेना सभी संवेदनशील क्षेत्रों में आक्रामक रुख बनाए रखेगी. पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे यानी ब्लैक टॉप पर अब भारतीय सैनिक तैनात हैं.
29-30 अगस्त की रात चीन के सैनिक ब्लैक टॉप पर कब्जा करने की कोशिश में थे लेकिन भारतीय सैनिकों ने पीछे खदेड़ दिया. ब्लैक टॉप पोस्ट पर पहले से ही मौजूद चीन के कैमरे और सर्विलांस सिस्टम को उखाड़ फेंका.