अजीत जोगी को कांग्रेस वर्किंग कमेटी और एसटी सेल से हटा दिया गया है.25 मई को अजीत जोगी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पास राज्यसभा का टिकट मांगने गए थे. राहुल ने उन्हें तवज्जो न देते हुए बेरुखी दिखाई और डांट-फटकार भी लगाई.इसके बाद जोगी ने राहुल से फोन पर भी बात की पर राहुल ने उन्हें टिकट देने से मना कर दिया.
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि अजीत जोगी ने उपाध्यक्ष पर दबाव बनाने की कोशिश की थी. इन्हीं कारणों से अजीत जोगी को सीडब्लूसी से निकाल दिया गया.इसके बाद से जोगी और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अंतत: जोगी ने आज नई पार्टी की घोषणा कर राज्य में कांग्रेस के लिए नई मुश्किल खड़ी कर दी है.
जोगी ने कहा कि भले ही उन्होंने अभी इस्तीफा नहीं दिया है पर अब वो कांग्रेस में नही लौटेंगे. कहा कि अश्वमेघ का घोड़ा है जो बलरामपुर से छूटा है और बाज़ीपुर तक जाएगा. सभी 90 विधानसभा में घूमेंगे और सिर्फ 10 सीट छोड़ेगे.जोगी ने एक घोषणा पत्र जारी कर 2018 तक पार्टी बनाकर आगे बढ़ने की बात कही और कहा कि पार्टि का नाम और चिन्ह सबकी सलाह मशविरा के बाद ही रखा जाएगा.