चक्रवाती तूफान यास के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना के कई इलाकों में बुधवार को पानी भर गया तथा नारियल के पेड़ों के शिखरों को छूतीं समुद्र की लहरें और बाढ़ के पानी में बहती कारें दिखाई दीं.
चक्रवात के कारण समुद्र में दो मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठीं और पूर्व मेदिनीपुर में दीघा एवं मंदारमणि और दक्षिण 24 परगना में फ्रेजरगंज और गोसाबा चक्रवात से प्रभावित हुए. चक्रवात यास ओडिशा में धामरा बंदरगाह के निकट बुधवार सुबह पहुंचा।
इस दौरान 130 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. चक्रवाती तूफान यास के सुबह करीब नौ बजे तट पर टकराने के साथ ही उत्तरी ओडिशा और पड़ोसी पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवाती तूफान ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया, जहां इस दौरान 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं.
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया कि शाम तक हवा की गति धीमी हो जाएगी और आधी रात तक चक्रवात ओडिशा से झारखंड की ओर रवाना हो जाएगा. चक्रवाती तूफान यास के कारण ओडिशा के जगतसिंहपुर में एक नदी में नौका के पलट जाने के बाद जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने मिलकर 10 लोगों को बचा लिया.
पश्चिम बंगाल के ईस्ट मिदनापुर के मंदार्मानी में हाई टाइड की वजह से गांव में समुद्र का पानी घुस गया है, जिसके बाद एक शख्स की मौत हो गई है. ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में रिहायशी इलाकों में समुद्र के पानी से बाढ़ आ गया है.
चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है. इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा. आईएमडी के अपडेट के अनुसार, यह सुबह 9:30 बजे बालासोर से 30 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया भीषण चक्रवाती तूफान यास बालासोर से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है. लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह लगभग 9 बजे शुरू हुई. इसके बाद ओडिशा के भद्रक जिले में तेज हवाओं से साथ भारी बारिश शुरू हो गई है.