अदालत ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में नौ जून तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया। जैन को सोमवार शाम गिरफ्तार किया गया था। उन्हें ईडी से जुड़े मामले में सीबीआई की विशेष अदालत की न्यायाधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष पेश किया गया।
ईडी ने इस साल अप्रैल में जैन के रिश्तेदारों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। एक सूत्र ने कहा, जैन की रिश्तेदार स्वाति जैन, सुशीला जैन और इंदु जैन के स्वामित्व वाली विभिन्न कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क की गईं हैं।
अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड वे कंपनियां हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला पूरी तरह से फर्जी है और उन्हें राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया गया है। केजरीवाल ने कहा, मैंने व्यक्तिगत रूप से इस मामले पर स्टडी की है और यह पूरी तरह से फर्जी है।
हमारी सरकार बहुत ईमानदार है। उन्हें राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया गया है।उन्होंने आगे कहा कि आप सरकार एक ईमानदार सरकार है और उन्हें न्यायपालिका में विश्वास है। केजरीवाल ने कहा, हमने मंत्री को पंजाब में खुद गिरफ्तार करवाया, हमने 5 साल पहले दिल्ली में भी ऐसा ही किया था।
केजरीवाल ने कहा केंद्रीय एजेंसियों की कई कार्रवाई राजनीति से प्रेरित हैं। मैंने सत्येंद्र जैन के मामले का अध्ययन किया है, उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है लेकिन हम मानते हैं कि भगवान हमारे साथ हैं। अगर इस मामले में 1 प्रतिशत भी तथ्य होता, तो हम खुद कार्रवाई करते। केजरीवाल ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ पीतमपुरा में सड़क सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया।