सीरियल ब्लास्ट की तैयारी में था समीर सरदाना

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समीर सरदाना देश में सीरियल ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। गोवा डीजीपी टीएन मोहन ने इस बात की जानकारी दी। समीर के ईमेल पर मिले एक लेटर से इस बात का पता चला है। पहले समीर का लैपटॉप नहीं खुल रहा था, लेकिन एटीएस ने अब इसे डिकोड कर लिया। समीर पिछले 6 दिन से पुलिस कस्टडी में है।मोहन के मुताबिक, ‘समीर ने हमसे इन्फॉर्मेशन छिपाने की पूरी कोशिश की थी। कहा कि ये लेटर उसने नहीं लिखा। हमें एक ईमेल मिला है लेकिन किसे भेजा गया है, ये आइडेंटिफाई नहीं कर पा रहे हैं। फिलहाल उसे क्रॉस चेक किया जा रहा है।’

एक अन्य सीनियर पुलिस अफसर के मुताबिक, समीर के पास पहले हुए बम धमाकों की पूरी जानकारी है।हालांकि वह ये नहीं बता रहा है कि देश में बम ब्लास्ट करने को लेकर उसने किसे लेटर लिखा था।पिछले एक साल में वह मुंबई, गोवा, पुणे आता-जाता रहा है।’शनिवार समीर को इंस्टीट्यूट ऑफ साइकियाट्रिक एंड ह्यूमन बिहैवियर (IPHB) ले जाया गया था।एटीएस ने उसके पास से कुछ डॉक्युमेंट्स भी बरामद किए हैं। इनमें बताया गया है कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) और केमिकल से बम कैसे बनाया जाए।

समीर ने यह भी नहीं बताया कि उसे ये डॉक्युमेंट्स कहां से मिले।44 साल का समीर पेशे से चार्टर्ड अकांउटेंट है। वह हांगकांग, मलेशिया और सऊदी अरब समेत कुछ देशों में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए काम कर चुका है। 2014 में वह भारत आया।गोवा पुलिस ने समीर को 1 फरवरी को अरेस्ट किया था। इसके बाद उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।समीर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया है। फिलहाल, वह मुंबई में रह रहा था।

एक अफसर के मुताबिक, वह मैनेजमेंट कंसल्टेंट है लेकिन वह अपने क्लाइंट्स के बारे में कुछ नहीं बता पाया। समीर का मिडल ईस्ट और दूसरे देशों में भी मूवमेंट रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समीर वास्को स्टेशन पर संदिग्ध हालत में घूमता पाया गया था।पुलिस को उसके पास से पांच पासपोर्ट और सात मोबाइल फोन भी मिले हैं।जानकारी के मुताबिक, समीर के मोबाइल में बिल्कुल भी स्टोरेज स्पेस नहीं था।

समीर बेसिकली देहरादून का रहने वाला है। देहरादून पुलिस के आईजी संजय गुंजाल के मुताबिक, वो गोवा एटीएस से समीर के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। हालांकि, समीर का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, समीर का एक भाई दिल्ली में डॉक्टर है। पुलिस को शक है कि समीर इंटरनेट के जरिए कट्टरपंथियों के कॉन्टैक्ट में आया होगा। उसकी फैमिली से भी कुछ जानकारियां मांगी गई हैं।
समीर के पिता ने बेटे के अरेस्ट को गलत बताते हुए ज्यादा डिटेल्स देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे देहरादून और गोवा पुलिस के टच में हैं।

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