दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा स्वयंभू संत आसाराम बापू यूरिन इन्फेक्शन से पीड़ित है और उसे एम्स जोधपुर में भर्ती कराया गया है।उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि आसाराम के लीवर में यूरिन इन्फेक्शन के अलावा सूजन भी है।उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले कोविड से जूझने के बाद आसाराम ठीक नहीं हुआ है और अक्सर बीमार रहता है।
दो दिन पहले उसकी तबीयत खराब होने पर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत अब स्थिर है।आसाराम बापू ने अगस्त में आयुर्वेदिक उपचार के लिए अपनी सजा को स्थगित करने की मांग की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया था।
न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी, न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम और न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी की पीठ ने कहा था कि आसाराम को एक ऐसे अपराध में दोषी ठहराया गया है, जो कोई सामान्य अपराध नहीं है।राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा उसे राहत देने से इनकार करने के बाद उसने शीर्ष अदालत का रुख किया था।
आसाराम को अपनी ही छात्रा या उपासक से दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।उसके खिलाफ 20 अगस्त 2013 को दिल्ली के कमला नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। मामला जोधपुर से जुड़ा होने के कारण दिल्ली पुलिस ने मामले को राज्य को ट्रांसफर कर दिया।
जोधपुर पुलिस आसाराम को 31 अगस्त 2013 को इंदौर से गिरफ्तार कर जोधपुर लेकर गई थी। तब से आसाराम जोधपुर में सलाखों के पीछे है। अप्रैल 2018 में, ट्रायल कोर्ट ने आसाराम को दोषी ठहराया था और सजा सुनाई थी।