जीएसटी बिल को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इंडीपेन्डेंट एमएलए इंजीनियर राशिद ने बिल लागू करने का विरोध किया। वे बीजेपी MLAs से भिड़ गए। अपोजिशन ने राशिद का समर्थन किया। इस पर स्पीकर ने मार्शल्स से शोरशराबा कर रहे राशिद को सदन से बाहर ले जाने को कहा। लेकिन राशिद और अपोजिशन के मेंबर्स मार्शल्स से भी भिड़ गए।
इस खींचातानी में सदन के स्टाफ का एक ऑफिशियल बेहोश हो गया।न्यूज एजेंसी के मुताबिक राज्य में जीएसटी लागू करने के लिए सरकार ने असेंबली में प्रस्ताव पेश किया। सुबह इस पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान इंजीनियर राशिद ने कश्मीर मसले पर प्रस्ताव पेश की मांग करते हुए कई बार चर्चा को बाधित किया। राशिद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विवादित क्षेत्र है, इस पर एक प्रस्ताव लंबित है।
इस पर पीडीपी एमएलए जावेद हसन बेग और राशिद के बीच बहस होने लगी। बेग ने कहा स्पीकर कमजोर हैं इसीलिए उन्होंने आपको बोलने की इजाजत दे दी। अपोजिशन दल नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस के MLAs ने बेग पर चेयर का अपमान करने का आरोप लगाया।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर भारत का अकेला ऐसा राज्य है जहां जीएसटी लागू नहीं हुआ है।
यहां जीएसटी को लागू करने के लिए असेंबली का 4 दिनों का स्पेशल सेशन मंगलवार से शुरू हुआ है।इस शोरशराबे में बीजेपी MLAs भी कूद पड़े। उन्होंने राशिद से माफी मांगने या कार्रवाई का सामना करने को तैयार रहने को कहा। बीजेपी मेंबर्स ने राशिद को 2015 में सदन में हुई घटना की भी याद दिलाई, जब उन पर एक बीफ पार्टी होस्ट करने का आरोप लगा था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के विधायकों ने राशिद का बचाव किया। उन्होंने बीजेपी मेंबर्स को चुनौती दी कि वे राशिद को छूकर दिखाएं। हालात बेकाबू होते देख स्पीकर कविन्द्र गुप्ता ने मार्शल्स से राशिद को सदन से बाहर निकालने को कहा। लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक अल्ताफ वानी, अब्दुल मजीद भट और मोहम्मद अकबर लोन ने मार्शल्स को राशिद को बाहर निकालने से रोकने की कोशिश की।
इस पर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक टाल दी।विधायकों के हटते ही सदन के स्टाफ का एक ऑफिशियल बेहोश हो गया। बाद में उसे असेंबली कॉम्प्लेक्स में स्थित डिस्पेंसरी में ले जाया गया।कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने यह कहते हुए जीएसटी बिल का विरोध किया है कि यह राज्य की इकोनॉमिक आटोनॉमी में दखल देगा। विधानसभा के बाहर दोनों पार्टियों के नेताओं ने काले झंडे भी दिखाए।
राज्य में जीएसटी को मौजूदा रूप में लागू करने के विरोध में मंगलवार को कारोबारियों ने प्रदर्शन किया। जम्मू-कश्मीर असेंबली की तरफ मार्च करने की कोशिश करते कई कारोबारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।कारोबारियों ने महबूबा सरकार को वॉर्निंग दी है कि स्टेट की फाइनेंशियल और पॉलिटिकल सिचुएशन ध्यान रखे बगैर जीएसटी लागू करने की कोशिश की गई तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।