ईडी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है। ईडी वाड्रा से दिल्ली-एनसीआर, बीकानेर और अन्य जगहों पर लैंड डील के मामले में पूछताछ कर सकती है। फरवरी में भी उनसे पूछताछ हो चुकी है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में विशेष सीबीआई अदालत ने वाड्रा को 1 अप्रैल को सशर्त अग्रिम जमानत दी थी।
इसमें उन्हें बिना इजाजत देश नहीं छोड़ने और जांच में सहयोग करने का आदेश दिया गया था।ईडी ने वाड्रा की जमानत रद्द करवाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने वाड्रा को नोटिस जारी कर 17 जुलाई तक जवाब मांगा है।
ईडी के वकील ने कहा था कि वाड्रा को मिली सुरक्षा जांच में आड़े आ रही है। यह निष्पक्ष जांच के लिए ठीक नहीं है।जमानत के वक्त कोर्ट ने वाड्रा और उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कर्मचारी मनोज अरोड़ा को 5 लाख रु का बेल बॉन्ड भरने को कहा था।
अरोड़ा को मनीलॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया गया है। रॉबर्ट वाड्रा पहले ही अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बता चुके हैं।वाड्रा पर लंदन के 12 ब्रिंस्टन स्क्वायर में 10 लाख 90 हजार पाउंड की लागत से खरीदी गई संपत्ति में पैसे खपाने का आरोप है।
इस संपत्ति का मालिक वाड्रा को बताया जाता है। ईडी के मुताबिक, स्काईलाइट के कर्मचारी मनोज अरोड़ा की इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अरोड़ा के पास वाड्रा की इस अघोषित संपत्ति को लेकर पूरी जानकारी है।
इसको लेकर धन एकत्र करने में भी उसने अहम भूमिका निभाई।एजेंसी ने पिछले साल 7-8 दिसंबर को वाड्रा के दफ्तर में छानबीन की थी। इस दौरान 20 हजार पेजों के दस्तावेज जब्त किए गए थे। इसके बाद वाड्रा ने 1 फरवरी को अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था.
जिस पर 6 फरवरी को उन्हें जांच के लिए उपस्थित रहने को कहा गया था। ईडी का कहना था कि वाड्रा से पूछताछ करने के लिए उन्हें कस्टडी में लेना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो सबूतों के साथ छेड़छाड़ किए जाने की आशंका है।