रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच आर्थिक मंदी को टालने के लिए हरसंभव प्रयास करता नजर आ रहा है. केंद्रीय रिजर्व बैंक लॉकडाउन शुरू होने से लेकर अब तक लगभग दो बार राहत पैकेज की घोषणा कर चुका है.
इस बीच ताजा खबर ये है कि आरबीआई ने अब Mutual Funds में जान फूंकने का फैसला किया है.आरबीआई ने म्यूचुअल फंड को इस संकट से उबारने का प्लान बना लिया है.
इसके लिए 50 हजार करोड़ की मदद का ऐलान किया गया है. आरबीआई की ये स्कीम आज से 11 मई तक लागू रहेगी. इसके साथ ही फंडिंग के लिए बैंक किसी भी बिजनेस डे में आरबीआई में अप्लाई कर सकते हैं.
जानकारों का कहना है कि आरबीआई ने म्युचुअल फंड्स में लिक्विडिटी के दबाव को कम करने के लिए ही इस सुविधा की घोषणा की है.
इस घोषणा के साथ ही आरबीआई ने दोहराया कि वह वित्तीय स्थिरता को संरक्षित करने और अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए हरसंभव आवश्यक कदम उठाएगा.
जानकारों का कहना है कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने स्वेच्छा से अपनी छह क्रेडिट स्कीम्स को बंद करने का फैसला लिया था. इस घोषणा के बाद निवेशकों में हड़कंप मचा गया.
जिसके बाद एक्सपर्ट्स लोगों को निवेश नहीं करने की सलाह दे रहे थे. एक्सपर्ट्स के मुताबिक मार्केट की हालात पहले से खराब थी. ऐसे में अब कोरोना की वजह से हालात और बुरे हो गए हैं. जिस वजह से पूंजी पर खतरा बढ़ गया है.