आरबीआई आज ब्याज दरों का ऐलान करेगा। विश्लेषकों के मुताबिक रेपो रेट में बदलाव के आसार नहीं हैं। इसकी मौजूदा दर 6.5% है। आरबीआई ने अक्टूबर की समीक्षा बैठक में भी दरें स्थिर रखी थीं। रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है।
इसके घटने या बढ़ने से आम लोगों को बैंक से मिलने वाले लोन की दरों पर भी असर पड़ता है।अक्टूबर में खुदरा (रिटेल) महंगाई दर 3.31% रही। यह पिछले 13 महीने में सबसे कम है। रिटेल महंगाई लगातार 3 महीने से आरबीआई के 4% के लक्ष्य से भी नीचे है।
ऐसे में एनालिस्ट का मानना है कि आरबीआई रेपो रेट में इजाफा नहीं करेगा। ब्याज दरें तय करते वक्त आरबीआई खुदरा महंगाई दर को ध्यान में रखता है।आरबीआई ने पिछली बैठक में रेपो रेट तो नहीं बढ़ाई लेकिन, आउटलुक न्यूट्रल से बदलकर सख्त कर दिया।
यानी आगे ब्याज दर बढ़ाई जा सकती है। पिछली बैठक में आरबीआई की 6 सदस्यीय मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी में सिर्फ एक मेंबर चेतन घाटे ने रेपो रेट 0.25% बढ़ाने के पक्ष में वोट किया था।रिजर्व बैंक की बैठक के फैसलों पर इसलिए भी खास नजर है क्योंकि आरबीआई की स्वायत्तता को लेकर सरकार से उसके विवादों के बाद पहली समीक्षा बैठक है। हालांकि, 19 नवंबर को आरबीआई बोर्ड की बैठक में विवाद के कुछ मुद्दों पर सहमति बन गई थी।