रेलवे ने नई पटरियां बिछाने के काम में तेजी लाने और इसे 19 किलोमीटर प्रतिदिन करने का फैसला किया है। इससे अगले तीन साल में सीमेंट, इस्पात और केबल सहित अन्य सामग्री की खरीद में 80 हजार करोड़ रुपये का रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। रेलवे बोर्ड के सदस्य (अभियांत्रिकी) वीके गुप्ता ने गुरुवार को यह जानकारी दी। रेल पटरियां बिछाने की मौजूदा गति 7.8 किलोमीटर प्रति दिन है।
इसी तरह रेलवे पटरियां बिछाने के काम की प्रगति पर निगाह रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेगी। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल हम 7.8 किलोमीटर प्रति दिन की गति से रेल पटरियां बिछा रहे हैं। जो कि अगले साल बढ़कर 13 किलोमीटर प्रतिदिन हो जाएगी। हमारा लक्ष्य 2018-19 तक 19 किलोमीटर प्रतिदिन की गति हासिल करना है।
उन्होंने कहा कि सीमित पटरी क्षमता के चलते रेलवे भारी भीड़ भड़ाके का सामना कर रही है और उसका रेल नेटवर्क विस्तार पर जोर है। रेलवे ने 2014-15 में 1983 किलोमीटर लंबी रेल पटरियां बिछाई जिसे अगले साल बढ़ाकर 2,828 किलोमीटर कर दिया गया।