रेलवे ने रिजर्वेशन में महिलाओं को दिए जाने वाले कोटे के नियम में बदलाव किया है। अब चार्ट तैयार करते वक्त महिला कोटे की खाली सीटें पहले वेटिंग लिस्ट में शामिल महिलअों को अलॉट की जाएंगी। इसके बाद भी ट्रेन में सीटें खाली रह जाती हैं तो सीनियर सिटीजन को अलॉट की जाएंगी।
चार्ट बनने के बाद भी अगर सीटें रहती हैं तो टीटी इनका अलॉटमेंट ट्रेन में करेगा। इसमें भी महिलाओं को सबसे पहले रखा गया है। रेलवे बोर्ड ने 15 फरवरी को सभी कॉमर्शियल मैनेजर्स को नया सर्कुलर जारी किया।अभी चार्ट बनने तक महिला कोटा बुकिंग के लिए खुला रहता है।
चार्ट तैयार होते वक्त इस कोटे की खाली सीटें वेटिंग लिस्ट के पैसेंजर्स को दी जाती हैं।कम्बाइंड कोटा के तहत स्लीपर कोच में सीनियर सिटीजन, 45 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिला या प्रेग्नेंट महिला पैसेंजर के लिए 6 लोअर बर्थ रिजर्व होती हैं। वहीं, एसी-3 और एसी-2 में 3 बर्थ होती हैं।इसके अलावा राजधानी, दूरंतो या फुली एसी ट्रेन के एसी 3 कोच में कोटे के तहत 4 लोअर बर्थ रिजर्व हैं।