मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बीते चुनाव में एक तरह से बहार ला चुके रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब कथित तौर पर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की नैया पार लगाने में जुट गए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अब प्रशांत किशोर को अपने पाले में करने में लगी है। रिपोर्टों में बताया गया कि यूपी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस प्रशांत किशोर का सहारा लेगी।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को होने वाली कांग्रेस की बैठक में प्रशांत किशोर को भी बुलाया गया है। इस बैठक का नेतृत्व कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। हालांकि यूपी में विधानसभा चुनाव होने में अभी समय है लेकिन कांग्रेस अभी से कोई कोर-कसर बाकी रखना नहीं चाहती है। कांग्रेसी सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर पर पार्टी केवल दाव ही नहीं लगाएगी बल्कि उनकी सलाह से ही चुनावी रणनीति भी तय करेगी।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर दिल्ली में राहुल गांधी ने यह बैठक बुलाई है और इसमें राज्य के 40 वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ प्रशांत किशोर भी शिरकत करेंगे। ये बैठक बुधवार दोपहर गुरुद्वारा रकाबगंज रोड़ स्थित कांग्रेस वॉर रुम में होगी।बिहार में हाल में संपन्न हुए चुनाव में नीतीश कुमार के प्रचार की कमान संभालने के बाद अब वे यूपी में कांग्रेस का हाथ मजबूत करेंगे। कांग्रेस ने अपनी तैयारी अभी से शुरू कर दी है।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रशांत किशोर ने ना सिर्फ यूपी चुनाव को लेकर रणनीति बनानी शुरु कर दी है बल्कि सूत्रों के मुताबिक वो चाहते हैं कि प्रियंका वाड्रा को यूपी में कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए। ये वही प्रशांत है, जिन्होंने हाल में ही बिहार के चुनाव में नीतीश कुमार के प्रचार की कमान संभाली थी।
इससे पहले 2014 के लोक सभा चुनाव में वे नरेंद्र मोदी के लिए काम कर चुके है। राहुल गांधी इस बार यूपी में दमख़म के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है।कांग्रेस पहले ही आरएलडी और जेडीयू के साथ चुनावी तालमेल का संकेत दे चुकी है। वहीं, पार्टी नेताओं का एक गुट मायावती की पार्टी बीएसपी से समझौता के पक्ष में है।