राहुल गांधी ने किसान आंदोलन पर कड़ा प्रहार करते हुए किसी का नाम लिए बिना बिना आज कहा कि सरकार के दो शीर्ष नेता सिर्फ दो उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए परिवार नियोजन के चर्चित नारे हम दो हमारे दो के सिद्धांत पर काम कर रहे है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में बजट 2021-22 पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि ये चार लोग कौन यह हैं यह सबको मालूम है और उनका नाम लेने की जरूरत नहीं है। यह दो लोग जो फैसला लेते हैं उसका सीधा लाभ उनके दो उद्योगपति मित्रों को मिलता है और इसीलिए वे कृषि विरोधी तीन कानून लेकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को समझ लेना चाहिए कि किसान आंदोलन सिर्फ किसानों का नहीं है बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है। देश का हर हिस्सा इन तीन किसान विरोधी कानूनों को लागू करने से उद्देलित है और किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा यह आंदोलन कभी भी पूरे देश में फैल सकता है।
दिल्ली को किसान आंदोलन कर सिर्फ टार्च दिखा रहे हैं और किसानों का यह आंदोलन दिल्ली तक सीमित नहीं रहने वाला है बल्कि पूरा देश इस आंदोलन की चपेट में आने वाला है इसलिए सरकार को किसान विरोधी तीनों कानून वापस लेने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार लगातार किसानों, छोटे कारोबारियों और मजदूरों पर हमला कर रही है। पहले इस सरकार ने नोटबंदी कर छोटे कारोबारियों को मारा, फिर गलत जीएसटी लागू कर छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ी, कोरोना महामारी में देश के आम आदमी का रोजगार चौपट हो गया इसलिए किसान सड़कों पर उतरे हैं।
उनका कहना था कि सरकार जितना चाहे हमला करे, किसानों, गरीबों, मजदूरों पर आक्रमण करे लेकिन देश का आंदोलनरत किसान लौटने वाला नहीं हैं क्योंकि उसकी रीढ़ को तोड़ा गया है।