राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय की निंदा करते हुए स्विस बैंक में धन जमा करने वाले लोगों का नाम सार्वजनिक करने तथा उसे अदालत को सौंपने की मांग की.इसके अलावा नोटबंदी पर प्रधानमंत्री पर हमला तीखा करते हुए राहुल ने उनपर देश को अमीर-गरीब के बीच बांटने का आरोप लगाया और इस कदम को नकदी अर्थव्यवस्था, किसानों एवं मजदूरों पर बमबारी करार दिया.
राहुल ने हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह के कार्यकाल के चार साल पूरा होने पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि द्वितीय वि युद्ध की बमबारी की तरह विमुद्रीकरण को आम आदमी और मध्य वर्ग को समाप्त करने के लिए लाया गया है.
गांधी ने कहा कि स्विस बैंक के खाताधारकों के नामों को भारत सरकार को दे दिया गया है, लेकिन मोदी क्यों उन्हें बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मोदीजी आपने भारत को दो हिस्सों में बांट दिया है. एक तरफ एक प्रतिशत अमीर लोग हैं तो दूसरी तरफ मध्यवर्ग और गरीब है.
गांधी ने कहा कि भारत में केवल छह प्रतिशत काला धन नकद के रूप में है जबकि 94 प्रतिशत कालाधन सोना, रियल एस्टेट और विदेशी बैंकों में जमा धन के रूप में है. उन्होंने पूछा कि सरकार इन छह प्रतिशत काले धन वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत लोग काले धन का 60 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं.
यही 50 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री को विदेश दौरे की अनुमति देते हैं. गांधी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने विमुद्रीकरण लाकर शिमला और धर्मशाला जैसे शहरों के लोगों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है.