राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस का पहला और कांग्रेस कमेटी का 84वां महाधिवेशन आज हाेगा। इसकी शुरुआत राहुल के भाषण से होगी। इसमें पार्टी की अगले पांच साल के रोडमैप के लिए रणनीति और दिशा तय की जाएगी। इस बार कांग्रेस का फोकस नेताओं की बजाय अपने कार्यकर्ताओं पर है।
अधिवेशन की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को राहुल की अध्यक्षता में पार्टी की स्पेशल कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें संचालन समिति के सदस्य, कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल के नेता शामिल हुए।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, अधिवेशन में देशभर के पार्टी नेता जुटेंगे। इस दौरान कांग्रेस के भीतर नई ऊर्जा भरने का कार्य किया जाएगा, ताकि आने वाले कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में पार्टी मजबूती से अपना संदेश जनता तक पहुंचा सके।
अधिवेशन में इस बार नेताओं के बजाय पार्टी का ध्यान कार्यकर्ताओं पर केंद्रित होगा। इसकी शुरुआत संचालन समिति की बैठक से होगी। इस दौरान लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा होगी।दूसरे दिन राजनीति, बेरोजगारी और गरीबी दूर करने से जुड़े कुछ प्रस्ताव पास हो सकते हैं।
रविवार को महाधिवेशन का समापन भी पार्टी अध्यक्ष के भाषण से होगा।पिछले दिनों पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में यूपीए नेताओं को डिनर दिया था। इसमें करीब 20 पार्टियों के नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विपक्षी पार्टियों का एक यूनाइटेड फ्रंट बनाना चाहती है ताकि बीजेपी को टक्कर दी जा सके।