राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदा घोटाला, आसमान छूती तेल की कीमतों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की बिक्री को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है।राहुल गांधी ने आज कहा कि इस तरह के जनविरोधी कदम उठाना इस सरकार की पहचान बन चुकी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ईंधन तथा खाद्य तेलों के दाम आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गए हैं और सरकार निजीकरण को बढ़ावा देकर और राफेल जैसे सौदों में अपने मित्रों के बचाव में लगी है।गांधी ने ट्वीट किया मित्रों वाला राफेल है, टैक्स वसूली- महंगा तेल है।
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम-सरकारी बैंक की अंधी सेल है। सवाल करो तो जेल है। मोदी सरकार है!राहुल गांधी इससे पहले भी राफेल विवाद, तेल की रिकॉर्ड कीमतों, कोरोना वायरस महामारी, ऑक्सीजन संकट, निजीकरण और अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति समेत तमाम मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके हैं।
उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में इसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनाया था। इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।गौरतलब है कि फ्रांस की समाचार वेबसाइट मीडिया पार्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ 59,000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार के मामले में फ्रांस के एक न्यायाधीश को ‘बहुत संवेदशील’ न्यायिक जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस ने राफेल विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराए जाने की मांग की है और कहा कि सच का पता लगाने के लिए जांच का केवल यही रास्ता है। कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जांच का आदेश देना चाहिए।