अमेठी और रायबरेली संसदीय सीट को लेकर बुधवार को कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पूरी तौर पर आधिपत्य जताते नजर आए। आरएस पांडेय इंटर कॉलेज रमसापुर में आयोजित नव र्निवाचित ग्राम प्रधान सम्मेलन के दौरान वह अपने पिता स्व. राजीव गांधी द्वारा कराए गए विकास कार्यों का स्मरण कराना न भूले। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से हर विकास कार्य में सीएम और ब्यूरोक्रेटस को जगह मिलती है, ठीक वैसे ही केंद्र सरकार की हर योजनाओं में ग्राम प्रधानों की भी भागीदारी हो।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यूपीए सरकार के नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने मनरेगा, भोजन का अधिकार, आरटीआई, जमीनी अधिग्रहण बिल को लागू किया। लेकिन, मोदी सरकार उन सभी योजनाओं को एक-एक कर खत्म कर रही है। उन्होंने जमीन अधिग्रहण बिल पर कहा कि इस मामले पर लोकसभा में चर्चा हुई। हमनें कहा कि यह किसान का मामला है। इसलिए इसमें ग्राम प्रधानों को अधिकार दिए जाए।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि ग्राम प्रधानों को ज्यादा से ज्यादा अधिकार मिले, जिससे गांवों का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों की भागेदारी केंद्र की हर योजनाओं में होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने अमेठी का जिक्र करते हुए विकास कार्यों की बात कही।उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां मिले। उन्होंने कहा कि इसके लिए अमेठी में फूड पार्क की स्थापना की गई। लेकिन, केंद्र ने उसे भी वापस ले लिया, जबकि फूड पार्क बनता तो यहां पर चिप्स, बिस्कुट के कारखाने स्थापित होते और किसानों को अपनी उपज का सीधा मूल्य मिलता।
संबोधन के दौरान राहुल गांधी अपने पिता स्व. राजीव गांधी को याद करते हुए एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार एक जर्नलिस्ट ने उनका इंटरव्यू लिया। उसने उनसे पूछा कि हवाई जहाज और सरकार चलाने में क्या अंतर है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हवाई जहाज को यू टर्न लिया जा सकता है, लेकिन सरकार अगर यू टर्न लेती है तो रुक जाती है। उन्होंने युवा ग्राम प्रधानों से कहा कि टेलीकम्यूनिकेशन के क्षेत्र में जो आप विकास देख रहे हैं, वह राजीव गांधी के कार्यकाल में हुई है।
उन्होंने सैम पित्रोदा के साथ मिलकर काम किया। तभी आप आज गांव में भी सेल्फी ले लेते हो। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां पर आए हुए प्रधान अलग-अलग पार्टियों के हैं। मैं आप सभी को अपने परिवार का सदस्य मानता हूं। इसलिए मैं सदैव आपके साथ हूं।नवर्निवाचित ग्राम प्रधान सम्मेलन में रायबरेली और अमेठी जिले के सभी ब्लाकों के प्रधानों को बुलाया गया था, लेकिन सम्मेलन में र्सिफ 25 फीसदी ही ग्राम प्रधान शामिल हुए।