किसान बिल के विरोध में सुबह कुछ लोगों ने इंडिया गेट के सामने एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। आग को बुझा कर ट्रैक्टर को वहां से हटा दिया गया है।संसद में पिछले सप्ताह पारित हुए कृषि विधेयकों के विरोध में किसानों और विपक्षी दलों द्वारा देशभर में जारी प्रदर्शन के बीच यह घटना हुई है।
दमकल अधिकारियों के अनुसार उन्हें सुबह सात बजकर 42 मिनट पर घटना की जानकारी मिली और दमकल की दो गाड़ियों को तुरन्त मौके पर भेजा गया।प्रदर्शनकारियों ने पुराने ट्रैक्टर को एक वाहन में लादकर यहां लाये और इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर को नीचे उतारकर उसमें आग लगा दी।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जय जवान जय किसान के नारे लगाने के अलावा कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के समर्थन में भी नारेबाजी की।पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) ई्श्वर सिंघल ने कहा करीब 15-20 लोग सुबह सवा सात से साढे सात बजे के बीच इकट्ठे हुए और उन्होंने ट्रैक्टर में आग लगाने की कोशिश की। आग बुझा दी गई है और ट्रैक्टर वहां से हटा दिया गया है।
उन्होंने कहा मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वारदात में शामिल लोगों की पहचान भी की जा रही है।दिल्ली कांग्रेस का ‘किसान मजदूर न्याय मार्च पुलिस ने किया नाकामदिल्ली कांग्रेस नेताओं ने कृषि से जुड़े नए कानून को लेकर सोमवार को राजघाट पर प्रदर्शन बुलाया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने कार्यकतार्ओं को राजघाट पर इकट्ठा होने नहीं दिया।
साथ ही जिन कार्यकर्ताओं ने राजघाट पर जमा होने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। ये प्रदर्शन राजघाट से एलजी के घर तक आयोजित किया जाना था।कांग्रेस नेता उदित राज ने न्यूज एजेंसी को बतायाप्रोटेस्ट करने नहीं दिया जा रहा है, जब राज्य सभा के अंदर लोकतंत्र की हत्या हो सकती है, तो यहां भी हत्या कर रहे हैं। कृषि विधायकों को लेकर हम राजघाट पर शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट कर रहे हैं।
क्या यह देश पूंजीपति चलाएंगे? सभी लोगों को बंधुआ मजदूर बना दिया है। इस बिल के बाद सभी व्यापार पर पूंजीपतियों का कब्जा हो जाएगा, किसानों और बिचौलियों को खत्म कर दिया जाएगा।सेंट्रल दिल्ली डीसीपी संजय भाटिया ने न्यूज एजेंसी को बताया, राजनीतिक रैली बैन है, हमने लिखित में भी दे दिया था, इसलिए आज हमने सभी प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की है।
कोविड-19 के चलते किसी को रैली करने की इजाजत नहीं है।हालांकि सुबह इंडिया गेट पर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ट्रैक्टर भी जला दिया गया था, जिसको लेकर राजघाट पर एहतियात बरतते हुये पुलिस का काफी सख्त पहरा रहा। वहीं किसी भी प्रदर्शनकारी को पुलिस ने राजघाट पर इकट्ठा होने नहीं दिया।
गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों में किसानों और विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि सुधारों से संबंधित अधिनियमों को रविवार को मंजूरी दे दी थी।
राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही कृषि सुधारों से संबंधित अधिनियम – कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम 2020 तथा कृषक (सशक्तीकरण और संरक्षण) कीमत आासन एवं कृषि सेवा करार अधिनियम 2020 देश में लागू हो गये।