प्रधानमंत्री ने प्रशासन विभिन्न स्थितियों पर जिस तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त करता है उसमें व्यापक बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया.प्रधानमंत्री ने कहा कई बार हम अपनी आंखों के सामने चीजें होते देखते हैं लेकिन हमारी प्रतिक्रिया बेहद चलताऊ या खराब रहती है. मेरा मानना है कि भारत जैसा देश इस तरह के रवैये को वहन नहीं कर सकता है. होता है-चलता है-देखेंगे के दिन लद गए हैं क्योंकि दुनिया हमें बेहद उम्मीदों के साथ देख रही है.
मोदी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से आयोजित सामाजिक सशक्तीकरण शिविर को संबोधित कर रहे थे. मोदी आज 66 साल के हो गए.कार्यक्रम का आयोजन प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर दिव्यांग नागरिकों को वित्तीय सहायता बांटने और सहायक उपकरण बांटने के लिए किया गया था.
मोदी ने इस तरह के शिविर में हिस्सा लेने वाला पहला प्रधानमंत्री बनने पर खुशी जताई और उन्हें आमंत्रित करने के लिए मंत्रियों का शुक्रिया अदा किया.केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत के साथ उनके तीन कनिष्ठ मंत्रियों रामदास अठावले, विजय सांपला और कृष्ण पाल गुर्जर ने मोदी के साथ मंच साझा किया.
उन्होंने कहा स्वतंत्रता के बाद 70 साल में एक दर्जन प्रधानमंत्री बने हैं. लेकिन मैं यहां आकर बेहद खुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं, क्योंकि मैं पहला प्रधानमंत्री हूं जिसने इस तरह के किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस विभाग (मंत्रालय) को केंद्र में रखा है.
उन्होंने पिछली सरकारों पर पर्याप्त संख्या में इस तरह के शिविर आयोजित नहीं करने के लिए उनपर निशाना साधा, जहां दिव्यांगों को मुफ्त सहायता दी गई. उन्होंने कहा ट्राई-साइकिल वितरण 1990-92 से ही चल रहा है. लेकिन पिछली सभी सरकारों के कार्यकाल में इस तरह के सिर्फ 57 शिविरों का आयोजन किया गया है. वहीं, हमने (राजग सरकार ने) पिछले दो वर्षों में इस तरह के 4000 शिविरों का आयोजन किया है. हमने इस विभाग को केंद्र में ला दिया है.
मंत्रालय की नयी पहलों का ब्योरा देते हुए मोदी ने कहा कि उसने दृष्टि बाधित लोगों के लिए साझा साइन लैंग्वेज विकसित करने के लिए एक विशेष लैब स्थापित की है. प्रधानमंत्री ने रियो पैरालंपिक्स में चार पदक जीतने के लिए भी दिव्यांगों की तारीफ की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर दक्षिण गुजरात के नवसारी में दो कार्यक्रमों में तीन विश्व रिकॉर्ड बने. केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि एक रिकॉर्ड कल शाम बना जिसमें 30 सेकेंड के भीतर 989 लोगों ने दीप जलाया. दो अन्य उपलब्धियां आज मोदी की मौजूदगी में हासिल की गईं. तीनों कार्यक्रमों का आयोजन नवसारी में उसी स्थान पर किया गया.
1000 भिन्न रूप से सक्षम लोगों ने एक ही स्थान पर व्हील चेयर पर एक ही स्थान पर सबसे बड़ा व्हील चेयर लोगो बनाया जबकि 1700 बधिर लोगों को एक ही स्थान पर 3400 सुनने में सहायक यंत्र वितरित किये गये.सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री गहलोत ने कहा, ”हमने यहां तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं. रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में बनाए गए.” उन्होंने मोदी की मौजूदगी में लोगों को संबोधित करने के दौरान यह बात कही.