प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-यूरोपीय संघ सम्मेलन में भाग लेने के लिए एक दिवसीय यात्रा पर बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स पहुंच गए हैं. यहां पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.ब्रसेल्स में आतंकवादी हमले के एक सप्ताह बाद मोदी बुधवार सुबह यहां पहुंचे हैं और बुधवार को ही उनकी बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल से द्विपक्षीय बैठक होगी.
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार मोदी की बेल्जियम यात्रा की शुरुआत ही ब्रसेल्स हमले के संदर्भ में आतंकवाद पर चर्चा के साथ होगी. आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के खतरे से निपटने में सहयोग पर बात होगी.मोदी दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक और कारोबारी रिश्तों को अधिक जीवंत बनाने के मकसद से बेल्जियम और यूरोपीय संघ के सांसदों और बड़े उद्यमियों के साथ भी मुलाकात करेंगे.
दोनों नेता उत्तराखंड के नैनीताल के समीप देवस्थली में आर्यभट्ट खगोलदर्शी विज्ञान अनुसंधान संस्थान के खगोलदर्शी का उद्घाटन करेंगे जिसे भारत बेल्जियम संयुक्त सहयोग से स्थापित किया गया है.मोदी बेल्जियम में रहने वाले 20 हजार प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद भी करेंगे. ब्रसेल्स में वह यूरोपीय संसद के सदस्यों, कारोबारी प्रमुखों और भारत संबंधी इतिहास, संस्कृति और सभ्यता के विशेषज्ञों के अलावा बेल्जियम के हीरा कारोबारियों से भी मिलेंगे.
मोदी 13वें भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे जिसमें वह यूरोपीय संघ का भारत के प्रमुख कार्यक्रमों मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया आदि में भागीदारी का आवान करेंगे.भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भी आतंकवाद पर बात होगी. भारत एवं यूरोपीय संघ के बीच आतंकवाद पर एक संयुक्त कार्य समूह भी है जो आतंकवाद के विभिन्न स्वरूपों से सुरक्षा के उपायों पर बात करेंगे जिनमें साइबर सुरक्षा भी एक अहम तत्व होगा.
वह यूरोपीय परिषद और यूरोपीय संघ के अध्यक्षों से भी मिलेंगे.इस दौरान भारत यूरोपीय संघ व्यापक निवेश एवं कारोबार समझौते को अंतिम रूप देने पर भी बात होगी. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ भारत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार और सबसे बड़ा आयातक है. भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन हमारे बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने में कारगर होगी.