राष्ट्रपति चुनाव में कुल 99% वोटिंग हुई। नरेंद्र मोदी वोट डालने के लिए सबसे पहले पार्लियामेंट पहुंचे। वोटिंग शुरू होने में 10 मिनट का वक्त था, इसलिए पीएम को इंतजार करना पड़ा। यह जानकारी लोकसभा सेक्रेटरी जनरल अनूप मिश्रा ने दी। अनूप ही इस इलेक्शन के रिटर्निंग ऑफिसर भी हैं। वोटों की गिनती 20 जुलाई को होगी। बता दें कि इस इलेक्शन में रामनाथ कोविंद एनडीए के जबकि मीरा कुमार अपोजिशन की कैंडिडेट हैं।
अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, गुजरात, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, नागालैंड, उत्तराखंड और पुड्डुचेरी में 100% वोटिंग हुई।मिश्रा के मुताबिक- लोकसभा और राज्यसभा की टोटल स्ट्रैंथ 776 है। 771 सांसदों ने वोटिंग की। कुल 99% वोटिंग हुई।दोनों सदनों में दो-दो वैकेंसीज हैं। बीजेपी एमपी छेदी पासवान के पास वोटिंग का अधिकार नहीं था। 717 सांसदों को वोटिंग करना थी लेकिन 714 ने ही मतदान किया।
जिन तीन सांसदों ने वोटिंग नहीं की, उनके नाम हैं। टीएमसी के तापस पाल, बीजेडी के रामचंद्र हंसदक और पीएमके के अंबुमणि रामदौस। 54 सांसदों ने अपने राज्यों की राजधानी में वोटिंग की इजाजत मांगी थी। इनमें गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं। केशव प्रसाद मौर्य और उमा भारती ने भी स्टेट कैपिटल में ही वोटिंग की।
बीजेपी चीफ अमित शाह वैसे तो गुजरात से एमएलए हैं लेकिन उन्होंने वोट दिल्ली में दिया। टीएमसी के सांसदों ने कोलकाता में मतदान किया।वोटिंग सुबह 10 बजे शुरू होनी थी लेकिन नरेंद्र मोदी करीब 10 मिनट पहले ही पार्लियामेंट पहुंच गए। उन्होंने सबसे पहले वोटिंग भी की। हालांकि, पीएम को इसके लिए कुछ देर इंतजार भी करना पड़ा। इस दौरान, पीएम ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत भी की।
काउंटिंग 20 जुलाई को सुबह 11 बजे होगी और सबसे पहले पार्लियामेंट का बैलेट बॉक्स खोला जाएगा। इसके बाद राज्यों के बैलेट बॉक्स अल्फाबेटिकल ऑर्डर में खोले जाएंगे।सभी वोटों की काउंटिंग अलग-अलग टेबल पर होगी। काउंटिंग के कुल 8 राउंड होंगे। कुल 32 पोलिंग स्टेशंस बनाए गए थे, इनमें पार्लियामेंट हाउस भी शामिल है।कुल 4,896 वोटर्स थे। इनमें 4,120 MLA और 776 MPs शामिल थे। सिक्किम में एक विधायक के वोट की वैल्यू 7 जबकि यूपी में ये 208 थी।