राहुल गांधी 13 जून को इफ्तार पार्टी देंगे। इसमें विपक्ष के कई बड़े नेताओं को बुलाया गया है। हालांकि, प्रणब मुखर्जी को इसका न्योता नहीं दिया गया। इस पर भाजपा ने कांग्रेस पर असहिष्णु होने का आरोप लगाया है। बता दें कि प्रणब 7 जून को नागपुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जिसका कांग्रेस में काफी विरोध हुआ था।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किसी का नाम लिए बिना कहा कोई भी संवैधानिक शख्स किसी संगठन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंच जाता है, तो कांग्रेस पार्टी उसे न्योता नहीं भेजती। कांग्रेस की असहिष्णुता समझ से परे है।कांग्रेस 2 साल बाद इफ्तार पार्टी दे रही है। राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह पहली इफ्तार पार्टी है।
इसमें शरद पवार, मुलायम सिंह यादव, शरद यादव, सीताराम येचुरी, चंद्रबाबू नायडू और तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं को बुलाया गया है।नागपुर में 7 जून को आरएसएस का संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय कार्यक्रम था। इसमें प्रणब मुखर्जी मुख्य अतिथि थे। उन्होंने 700 से ज्यादा संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। यहां उन्होंने राष्ट्रवाद विषय पर अपने विचार रखे थे।